रंग रंगीला फागुन मेला आ गया
रंग रंगीला फागुन मेला आ गया,
सांवरे का जादू देखो सब पे छा गया,
हाँ छा गया, हाँ छा गया, हाँ छा गया छा गया,
रंग रंगीला फागुन .............
मेला लगाया हमको खाटू भी बुलाया,
कहीं न बना है जो काम भी बनाया,
काम बनवाने मैं भी खाटू आ गया,
सांवरे का जादू देखो सब पे छा गया,
रंग रंगीला फागुन .............
खाटू जाके देखो कैसे कैसे प्रेमी आते हैं,
झूम के हैं गाते और नाच के रिझाते हैं,
नाचना रिझाना इनको रास आ गया,
सांवरे का जादू देखो सब पे छा गया,
रंग रंगीला फागुन .............
सांवरे की किरपा अनुज पे अपार है,,
हाथो में निशान और मुख में जय जयकार है,
जय जयकार सुनकर मेरा श्याम आ गया,
सांवरे का जादू देखो सब पे छा गया,
रंग रंगीला फागुन .............
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
Rang Rangila Fagun | रंग रंगीला फागुन | Khatu Shyam Fagun Dhamal Bhajan | Sunita Yadav | Full HD
"रंग रंगीला फागुन" एक अद्भुत और उत्साह से भरा खाटू श्याम भजन है, जो भक्तों को फागुन के रंगों में सराबोर कर देता है। यह भजन खाटू श्याम जी के अद्भुत जादू, उनकी महिमा और भक्तों की भक्ति का सुंदर चित्रण करता है। जब फागुन का महीना आता है, तो श्याम प्रेमियों के मन में उल्लास की लहर दौड़ जाती है, और वे अपने आराध्य के दरबार में खिंचे चले आते हैं।
भजन में खाटू धाम की अलौकिक छटा को दर्शाया गया है, जहाँ भक्तगण प्रेम और भक्ति में मग्न होकर श्याम के नाम की गूंज से वातावरण को भक्तिमय बना देते हैं। भक्त अपने मनोकामनाओं को लेकर श्याम बाबा के चरणों में आते हैं और उनकी कृपा से अपने सभी कष्टों से मुक्ति पाते हैं। भजन में यह भी दर्शाया गया है कि जब भक्त सच्चे मन से श्याम की भक्ति करते हैं, तो वे उन्हें दर्शन देने अवश्य आते हैं।
भक्ति रस से भरपूर यह भजन सुनने मात्र से ही खाटू श्याम जी की महिमा का अनुभव होने लगता है। जयकारों की गूंज, निशान यात्रा का उत्साह, और भक्तों की नाच-गान से भरी श्रद्धा, यह सब मिलकर इस भजन को और भी खास बना देते हैं। इसे सुनकर ऐसा प्रतीत होता है मानो स्वयं खाटू धाम में खड़े होकर श्याम बाबा की भक्ति में डूब गए हों।