मेरे घर के ऊपर तेरी मोरछड़ी का साया
तर्ज - मन की बाता सांवरिया ने,
मेरे घर के ऊपर तेरी, मोरछडी का साया हो,
तेरी मोरछडी का झाडा, छाया जैसा लगता हो,
मेरे घर के ऊपर तेरी...
बन्द पड़ी किस्मत का ताला, मोरछडी से खुल जाता-2,
सोई किस्मत जग जाती, वो पल में बन जाता राजा-2,
झाडा खाले मोरछडी का कंचन काया हो तेरी,
मेरे घर के ऊपर तेरी...
मोरछडी झाड़ा ऐसा, मेरे मनको हैं भाता-2
झाडा खाकर मोरछडी का, मेरा मन भी है गाता-2
गुण गाऊ में मोरछडी का, जीवन की ये अभिलाषा,
मेरे घर के ऊपर तेरी...
जब तक जीवन मेरा बाबा, रोज करू तेरी सेवा-2
सेवा ऐसी मिली है मुझको, जीवन हो यापन मेरा-2
सागर तेरी कृपा चाहे, बस इतनी से हो अभिलाषा,
मेरे घर के ऊपर तेरी...
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
मोरछड़ी का साया Morchadi Ka Saya || Sagar Sharma || Latest Shyam Bhajan
"मोरछड़ी का साया" एक भक्तिमय खाटू श्याम भजन है, जो श्याम भक्तों की श्रद्धा और विश्वास को दर्शाता है। यह भजन श्याम बाबा की कृपा, उनकी मोरछड़ी के चमत्कार और भक्तों के प्रति उनकी अपार दया को बड़े ही सुंदर शब्दों में प्रस्तुत करता है।
भजन की प्रत्येक पंक्ति भक्त की गहरी आस्था को प्रकट करती है। "मेरे घर के ऊपर तेरी, मोरछड़ी का साया हो" यह पंक्ति बताती है कि भक्त श्याम बाबा की छत्रछाया में रहना चाहता है, जहाँ उनकी मोरछड़ी का साया जीवन के सभी कष्टों को दूर कर देता है। यह भजन भक्त और भगवान के बीच की आत्मीयता को प्रकट करता है, जहाँ भक्त हर क्षण बाबा की कृपा की अनुभूति करता है।
भजन में यह भी दर्शाया गया है कि श्याम बाबा की मोरछड़ी के झाड़ा मात्र से सोई हुई किस्मत जाग जाती है और भक्त के जीवन में चमत्कारिक बदलाव आ जाता है। "बन्द पड़ी किस्मत का ताला, मोरछड़ी से खुल जाता" जैसी पंक्तियाँ बाबा की कृपा की महिमा का बखान करती हैं। बाबा की सेवा और उनकी भक्ति का महत्व इस भजन में स्पष्ट रूप से झलकता है, जो हर श्याम प्रेमी के हृदय को छू जाता है।
इस भजन को सुनते ही मन भक्तिभाव में डूब जाता है और बाबा श्याम की कृपा का एहसास होने लगता है। सागर शर्मा जी की मधुर आवाज़ में गाया गया यह भजन श्याम भक्तों के लिए एक अमूल्य भेंट है, जिसे सुनकर हर कोई बाबा श्याम की भक्ति में खो जाता है।