खेलेंगे संग हम होली
ढोल नगाड़ा चंग बजे रे डफली करे कमाल,
धूम मची खाटू नगरी में उड़े है रंग गुलाल,
रंग रंगीला फागण आया,
श्याम धणी ने मुहको बुलाया,
बाबा रखना रंग तैयार,
खेलेंगे संग हम होली,
प्यारा लगता फागण का महीना,
खाटू सी मस्ती और कहीं ना,
आये आये रे पूरा संसार,
खेलेंगे संग हम होली,
खाटू की होली का ढंग निराला,
श्याम रंग रंगो में सबसे निराला,
रंग रसिया के रंग हज़ार,
खेलेंगे संग हम होली,
ममता की फागण में सांवरिया,
चमका दे किस्मत लेके खबरिया,
कहे टीटू......
कहे ममता लखदातार,
खेलेंगे संग हम होली,
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
New Shyam Fagun Bhajan | Khelenge Sang Hum Holi | खेलेंगे संग हम होली | Mamta Bihani
खेलेंगे संग हम होली" एक भक्तिमय फागण भजन है, जो खाटू श्याम जी की रंगीली होली के उत्सव को जीवंत रूप में प्रस्तुत करता है। यह भजन श्याम प्रेमियों के मन में उल्लास और भक्ति की लहर पैदा कर देता है, जहाँ ढोल-नगाड़ों की गूंज और रंग-गुलाल की बौछार भक्तों के आनंद को दोगुना कर देती है। जब फागण का महीना आता है, तो ऐसा प्रतीत होता है मानो स्वयं श्याम धणी अपने भक्तों को बुला रहे हों, और खाटू नगरी एक अलौकिक आनंद में डूब जाती है।
भजन की हर पंक्ति श्याम भक्तों के हृदय में प्रेम और भक्ति की तरंगें भर देती है। खाटू की होली का अद्भुत दृश्य, जहाँ बाबा श्याम के रंग में रंग जाने की चाहत हर भक्त के मन में होती है, इस भजन के माध्यम से और भी सुंदरता से प्रकट होता है। बाबा श्याम की कृपा से जीवन के रंग खिल उठते हैं और यह भजन इसी अनुभूति को शब्दों में ढालकर प्रस्तुत करता है।
इस भजन को ममता बिहानी जी ने अपनी मधुर आवाज़ में गाया है, और इसके बोल श्याम प्रेम में डूबे भक्तों को होली का सच्चा आनंद प्रदान करते हैं। खाटू श्याम जी की होली का यह अद्भुत वर्णन हर भक्त को बाबा के रंग में रंग जाने के लिए प्रेरित करता है।