जयकार लगाते आओ जयकार लगाते जाओ
धामों में एक धाम है ,खाटू जिसका नाम है,
इच्छा फल पाए सभी, देने वाला जब श्याम है,
जयकार लगाते आओ जयकार लगाते जाओ,
हारे के सहारे अब तुम ही पार लगाओ,
श्याम भक्तों के संग में झूमते चले आओ,
ले निशान हाथों में लहराते आ जाओ,
रख भरोसा मन में श्याम को मनाओ,
जयकार लगाते आओ जयकार लगाते जाओ,
देखो खाटू नगरी के श्याम द्वार मैं आ गया,
पहला प्रणाम खाटू के तोरण द्वार पे पा गया,
इस पावन नगरी को शीश झुकाते जाओ,
जयकार लगाते आओ जयकार लगाते जाओ,
जय जयकारा करते बाबा मंदिर तक हम आये,
श्याम छवि तेरी देख कर मन ही मन मुस्काये,
इन दो नैनन में तुम श्याम को बसाओ,
जयकार लगाते आओ जयकार लगाते जाओ,
श्याम छवि को देख कर श्याम कुंड आ जाए,
श्याम कुंड में नहा कर अपने पाप मिटाये,
कहे पवन राजोरिया श्याम के गुण तुम गाओ,
जयकार लगाते आओ जयकार लगाते जाओ
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
Jaikar Lagate Aao Jaikar Lagate Jao | Fagun Mele Ka New Bhajan | Vini Devda | जयकार लगाते आओ
"जयकार लगाते आओ जयकार लगाते जाओ" भजन खाटू श्याम जी की महिमा का गुणगान करता है और भक्तों को उनके धाम की ओर आकर्षित करता है। यह भजन न केवल खाटू धाम की पवित्रता और भव्यता का चित्रण करता है, बल्कि बाबा श्याम की कृपा से हर इच्छा पूर्ण होने का संदेश भी देता है।
खाटू श्याम जी के भक्तों के लिए यह भजन एक आह्वान की तरह है, जो उन्हें निशान लेकर बाबा के दरबार में चलने और उनके चरणों में शीश नवाने के लिए प्रेरित करता है। खाटू नगरी का हर कोना भक्तों की श्रद्धा से सराबोर है, और जब कोई श्रद्धालु वहां पहुंचता है, तो उसका मन आनंद और भक्ति में झूम उठता है।
भजन में खाटू के तोरण द्वार से लेकर श्याम कुंड तक की यात्रा का वर्णन किया गया है, जहाँ भक्त अपने सभी पापों को धोकर श्याम की भक्ति में लीन हो जाते हैं। यह केवल एक गीत नहीं, बल्कि हर भक्त की अंतरात्मा से निकली वह पुकार है, जिसमें वह बाबा के नाम का जयकारा लगाकर अपनी श्रद्धा प्रकट करता है।
इस भक्तिमय रचना को सुनते ही मानो खाटू धाम की पावन गलियों में कदम रखने की अनुभूति होती है, जहाँ हर ओर श्याम नाम की गूंज सुनाई देती है। यह भजन हर श्याम प्रेमी के मन में भक्ति की ज्वाला को प्रज्वलित करता है और उन्हें बाबा के प्रेम में मग्न कर देता है।