सतगुरु दिता मेनू मस्त बना
सतगुरु दिता मेनू मस्त बना मस्तियाँ मैं वंडदी मैं फिरा,
मेरे नैना विच नाम दा नशा मस्तियाँ मैं वंडदी फिरा,
मिट गए ने गम सारे चढ़दी मस्ती,
सिर दितियाँ वी मिले समजो ए सस्ती,
इस आनंद दा की मूल मैं पा मस्तियाँ मैं वंडदी फिरा,
सतगुरु दिता मेनू मस्त बना मस्तियाँ मैं वंडदी मैं फिरा,
मेरे नैना विच नाम दा नशा मस्तियाँ मैं वंडदी फिरा,
सतगुरु नाम वाला ए नशा ही अनोखा ऐ,
इस दुनिया दे विच पल पल धोखा ऐ,
पी के नाम रस नाचदी फिरा मस्तियाँ मैं वंडदी फिरा,
सतगुरु दिता मेनू मस्त बना मस्तियाँ मैं वंडदी मैं फिरा,
मेरे नैना विच नाम दा नशा मस्तियाँ मैं वंडदी फिरा,
दुनिया दा बाली सईयो अन्द्रो मैं पा लया,
नैना विच मेरे हिरदे सतगुरु डेरा ला लया,
मेरे रोम रोम गया ओ समा मस्तियाँ मैं वंडदी फिरा,
सतगुरु दिता मेनू मस्त बना मस्तियाँ मैं वंडदी मैं फिरा,
मेरे नैना विच नाम दा नशा मस्तियाँ मैं वंडदी फिरा,
श्रेणी : गुरुदेव भजन

"सतगुरु दिता मेनू मस्त बना" एक ऐसा भजन है, जो भक्ति और अध्यात्म की गहराइयों में डूब जाने का संदेश देता है। यह भजन गुरु की कृपा से प्राप्त उस दिव्य आनंद की महिमा को दर्शाता है, जो सांसारिक मोह-माया से परे है। इसमें भक्ति की परमानंद अवस्था का सुंदर वर्णन किया गया है, जिसमें भक्त सतगुरु द्वारा दी गई मस्ती को न केवल स्वयं अनुभव करता है, बल्कि पूरे संसार में इसे बाँटता भी है।
भजन के हर शब्द में भक्ति का नशा झलकता है, जहां सतगुरु के दिए हुए नाम का नशा आँखों में समा जाता है और जीवन के समस्त दुखों को हर लेता है। इसे गाने वाला भक्त कहता है कि इस संसार में कई तरह के मोह और भ्रम हैं, लेकिन सतगुरु का नाम ही एकमात्र सच्चा सहारा है। यह नशा कोई साधारण नशा नहीं, बल्कि आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का अनोखा माध्यम है, जिसे प्राप्त करके भक्त हर क्षण मस्ती में डूबा रहता है।
भजन के अंत में यह अनुभूति होती है कि जब कोई सतगुरु के नाम को अपने हृदय में बसा लेता है, तो वह दुनिया के हर छल-प्रपंच से मुक्त हो जाता है। उसके रोम-रोम में भक्ति की तरंगें उमड़ने लगती हैं, और वह अपने भीतर ही ईश्वर की उपस्थिति को अनुभव करने लगता है। यही दिव्यता उसे उस आनंद में सराबोर कर देती है, जिसे वह हर किसी के साथ बाँटना चाहता है।
यह भजन केवल शब्दों का मेल नहीं, बल्कि एक गहरा आध्यात्मिक संदेश है, जो हमें गुरु की भक्ति और उनकी कृपा से प्राप्त आनंद की ओर अग्रसर करता है। इसे सुनने और गाने से मन एक विशेष प्रकार की शांति और उत्साह से भर जाता है, जो जीवन को नई दिशा देता है।