सपने में मुझे कहे सवरिया
सपने में मुझे कहे सवरिया
सपने में मुझे कहे सवरिया मैं हूँ पगले साथ तेरे
सपने में मुझे कहे सवरिया मैं हूँ पगले साथ तेरे
हाथ जोड़ कर मैंने कह दिया सर पे रख दो हाथ मेरे
हाथ जोड़ कर मैंने कह दिया सर पे रख दो हाथ मेरे
सपने में मुझे कहे सवरिया
कभी किसी मुश्किल में कोई बेटा जब घबराता है
बेटा जब घबराता है बेटा जब घबराता है
सदा पिता बेटे के सर पे अपना हाथ फिराता है
अपना हाथ फिराता है अपना हाथ फिराता है
कभी किसी मुश्किल में कोई बेटा जब घबराता है
सदा पिता बेटे के सर पे अपना हाथ फिराता है
ऐसे ही कुछ हो गये बाबा
ऐसे ही कुछ हो गये बाबा देखो आज हालात मेरे
ऐसे ही कुछ हो गये बाबा देखो आज हालात मेरे
हाथ जोड़ कर मैंने कह दिया सर पे रख दो हाथ मेरे
सपने में मुझे कहे सवरिया
थाम लो उँगली इस बेटे की भटक कही ना जाऊँ मैं
भटक कही ना जाऊँ मैं भटक कही ना जाऊँ मैं
कभी ना छूटे साथ तुम्हारा बहक कही ना जाऊँ मैं
बहक कही ना जाऊँ मैं बहक कही ना जाऊँ मैं
थाम लो उँगली इस बेटे की भटक कही ना जाऊँ मैं
कभी ना छूटे साथ तुम्हारा बहक कही ना जाऊँ मैं
चलूँगा तेरी उँगली पकड़ के चलूँगा
तेरी उँगली पकड़ के हरपल बाबा साथ तेरे
हाथ जोड़ कर मैंने कह दिया सर पे रख दो हाथ मेरे
सपने में मुझे कहे सवरिया
बोला मुझसे श्याम सलोना साथ कभी मैं छोड़ू ना
साथ कभी मैं छोड़ू ना साथ कभी मैं छोड़ू ना
अपने बच्चों से मैं पगले अपना मुख कभी मोडू ना
अपना मुख कभी मोडू ना अपना मुख कभी मोडू ना
बोला मुझसे श्याम सलोना साथ कभी मैं छोड़ू ना
अपने बच्चों से मैं पगले अपना मुख कभी मोडू ना
डर मत पगले कर ले भरोसा
डर मत पगले कर ले भरोसा संग रहूँ दिन रात तेरे
डर मत पगले कर ले भरोसा संग रहूँ दिन रात तेरे
हाथ जोड़ कर मैंने कह दिया सर पे रख दो हाथ मेरे
सपने में मुझे कहे सवरिया
लगता जैसे खड़ा सिरहाने कोई मुझे जगाता है
कोई मुझे जगाता है कोई मुझे जगाता है
हौले हौले मेरे सर पे अपना हाथ फिराता है
अपना हाथ फिराता है अपना हाथ फिराता है
लगता जैसे खड़ा सिरहाने कोई मुझे जगाता है
हौले हौले मेरे सर पे अपना हाथ फिराता है
रोमी कहता सच हो सपना
रोमी कहता सच हो सपना सच्चे हों जज़्बात मेरे
हाथ जोड़ कर मैंने कह दिया सर पे रख दो हाथ मेरे
सपने में मुझे कहे सवरिया
सपने में मुझे कहे सवरिया मैं हूँ पगले साथ तेरे
सपने में मुझे कहे सवरिया मैं हूँ पगले साथ तेरे
हाथ जोड़ कर मैंने कह दिया सर पे रख दो हाथ मेरे
हाथ जोड़ कर मैंने कह दिया सर पे रख दो हाथ मेरे
सपने में मुझे कहे सवरिया मैं हूँ पगले साथ तेरे
सपने में मुझे कहे सवरिया
सपने में मुझे कहे सवरिया l
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
Sapne Mein Mujhe Mila Saawariya || सपने में मुझे मिला सांवरिया - Sardar Romi Ji || Shyam Bhajan 🙏
"सपने में मुझे कहे सांवरिया" एक अद्भुत और भक्तिमय खाटू श्याम भजन है, जिसे सरदार रोमी जी ने अपनी भावपूर्ण शैली में प्रस्तुत किया है। यह भजन न केवल शब्दों का संगम है, बल्कि उसमें छिपी भावना भक्तों के हृदय को गहराई से स्पर्श करती है। भजन में श्याम बाबा की कृपा, उनकी असीम करुणा और भक्त के प्रति उनके प्रेम को बड़े ही सुंदर और भावुक अंदाज़ में व्यक्त किया गया है।
भजन की शुरुआत भक्त के एक अलौकिक स्वप्न से होती है, जहाँ स्वयं सांवरिया उसे यह विश्वास दिलाते हैं कि वे सदा उसके साथ हैं। इस क्षण को भजन में बड़ी कोमलता से उकेरा गया है, जिससे भक्त का मन एक अपार श्रद्धा से भर उठता है। जब भक्त हाथ जोड़कर अपने सिर पर बाबा का आशीर्वाद चाहता है, तो यह केवल एक भक्ति भरा निवेदन नहीं, बल्कि एक सच्चे प्रेम और समर्पण का प्रतीक बन जाता है।
भजन आगे बढ़ता है और जीवन के संघर्षों में श्याम बाबा के सहारे की बात करता है। जिस तरह एक पिता अपने पुत्र के सिर पर हाथ फेरकर उसकी चिंता हर लेता है, ठीक उसी तरह श्याम बाबा भी अपने भक्तों के कष्ट हरने को तत्पर रहते हैं। यह पंक्तियाँ भक्तों को यह भरोसा दिलाती हैं कि चाहे कैसी भी मुश्किल हो, बाबा हमेशा अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं।
इसके बाद भजन में भक्त की गुहार है कि वह अपने मार्ग से कभी विचलित न हो, बाबा उसका हाथ थामे रखें ताकि वह कभी भटक न जाए। यह भावनाएँ हर उस भक्त के मन में गूंजती हैं, जो जीवन की चुनौतियों से जूझते हुए प्रभु का आश्रय चाहता है।
भजन का अंत भावनाओं के चरम को छूता है, जब भक्त अनुभव करता है कि श्याम बाबा सच में उसके सिरहाने खड़े हैं, उसे स्नेह से जगाते हैं और उसके सिर पर प्रेम भरा हाथ फेरते हैं। यह अनुभूति हर भक्त के हृदय में विश्वास की एक नई ज्योत जला देती है।
"सपने में मुझे कहे सांवरिया" केवल एक भजन नहीं, बल्कि श्याम प्रेमियों के लिए एक दिव्य अनुभव है। इसकी पंक्तियाँ, इसकी भावनाएँ, और इसकी गूंज भक्तों के मन में श्रद्धा का नया संचार करती हैं। यह भजन हमें यह एहसास कराता है कि श्याम बाबा केवल एक आस्था नहीं, बल्कि हर भक्त के हृदय में बसने वाली एक अनमोल अनुभूति हैं।