नचो नचो नचो रुत नचने दी आई है
नचो नचो नचो रुत नचने दी आई है,
नचो नचो नचो रुत नचने दी आई है,
भोले के विवाह की, आज सबको बधाई है।
नचो नचो नचो रुत नचने ....
भोले के, विवाह में, ब्रह्मा जी आए,
ब्रह्मा जी, आए संग, ब्रह्माणी को लाए।
आप भी, नाचे संग, ब्रह्माणी भी नचाई है।
नचो नचो नचो रुत नचने ....
भोले के, विवाह में, विष्णु जी आए,
विष्णु जी, आए संग, लक्ष्मी जी को लाए।
आप भी, नाचे संग, लक्ष्मी भी नचाई है।
नचो नचो नचो रुत नचने ....
भोले के, विवाह में, राम जी आए,
राम जी, आए संग, सीता जी को लाए।
आप भी, नाचे संग, सीता भी नचाई है।
नचो नचो नचो रुत नचने ....
भोले के, विवाह में, श्याम जी आए,
श्याम जी, आए संग, राधा जी को लाए।
आप भी, नाचे संग, राधा भी नचाई है।
नचो नचो नचो रुत नचने ....
भोले के, विवाह में, शिव गण भी आए,
शिव गण भी, आए संग, नंदी को लाए।
नंदी और भृंगी ने, मिल खुशियाँ मनाई हैं।
नचो नचो नचो रुत नचने ....
भोले के, विवाह में, सतगुरु भी आए,
सतगुरु भी, आए संग, संगत को लाए।
आप भी, नाचे संग, संगत भी नचाई है।
नचो रूत नाचने की...
भोले के, विवाह में, मंडली भी आई,
मंडली भी, आई संग, ढोलक-चिमटा लाई।
सारी, संगत ने आज, दी है बधाई है।
नचो नचो नचो रुत नचने ....
हर हर महादेव
श्रेणी : शिव भजन
#lyrics🌹नचो नचो नचो रूत नचने दी आई ए🌹nacho nacho nacho rut nachne di ayi e 🌹
"नचो नचो नचो रुत नचने दी आई है" एक अत्यंत हर्षोल्लास से भरा हुआ शिव भजन है, जो भगवान शिव के विवाह के शुभ अवसर का उल्लासमय वर्णन करता है। यह भजन हमें उस दिव्य क्षण की ओर ले जाता है, जब स्वयं त्रिलोकपति महादेव, माता पार्वती से विवाह के पवित्र बंधन में बंधने जा रहे हैं, और इस अलौकिक अवसर पर संपूर्ण ब्रह्मांड उत्सव में मग्न हो गया है।
भजन में इस दिव्य विवाह की भव्यता को दर्शाया गया है, जहां ब्रह्मा जी, विष्णु जी, श्रीराम, श्रीकृष्ण, शिवगण, संत-महात्मा और पूरी मंडली इस शुभ अवसर पर एकत्रित हुई है। हर कोई नाच-गाकर इस विवाह को आनंदमय बना रहा है। शिव की बारात केवल देवताओं तक सीमित नहीं, बल्कि इसमें नंदी, भूत-प्रेत, गंधर्व, किन्नर और ऋषि-मुनि भी सम्मिलित हैं।
यह भजन केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक उत्सव है, जिसमें भक्ति, प्रेम और आनंद का अद्भुत समावेश है। शिव और पार्वती के विवाह का यह अनुपम दृश्य भक्तों को भावविभोर कर देता है, मानो वे स्वयं इस दिव्य समारोह का हिस्सा बन गए हों।
इस भजन में ढोलक, चिमटे और अन्य वाद्ययंत्रों की गूंज के साथ नृत्य का उल्लास भरा वर्णन किया गया है, जो इस विवाह को और भी मनोरम बना देता है। भक्त इस भजन को सुनते ही स्वयं को इस दिव्य विवाह में नाचते-गाते हुए अनुभव करने लगते हैं।
"नचो नचो नचो रुत नचने दी आई है" भजन शिवभक्तों के लिए एक आनंदमय अनुभव है, जो भगवान भोलेनाथ के विवाह की भव्यता और भक्ति की गहराई को महसूस कराता है। जब यह भजन बजता है, तो ऐसा लगता है मानो स्वयं कैलाश पर्वत पर शिव-पार्वती का विवाह उत्सव मनाया जा रहा हो। हर हर महादेव! 🚩🙏