मेरे भोले बाबा ने वियाह रचाया
मेरे भोले बाबा ने वियाह रचाया,
मेरे, भोले बाबा ने, वियाह रचाया, वियाह रचाया ll
मेरी, गौरां मईया को, दुलहन बनाया, दुलहन बनाया ll
इस शादी की, शान देखकर, राम ने ङंका बजाया ll
सीता जी को, साथ नचा कर, खूब धमाल मचाया l
मेरे, भोले बाबा ने, वियाह रचाया...
इस शादी की, शान देखकर, विष्णु ने शंख बजाया ll
लक्ष्मी माँ को, साथ नचाकर, खूब धमाल मचाया l
मेरे, भोले बाबा ने, वियाह रचाया...
इस शादी की, शान देखकर, शाम ने मुरली बजाई ll
झूम झूम के, नाचे और, राधा साथ नचाई l
इस शादी की, शान देखकर, ब्रह्मा ने वेद सुनाऐ ll
ब्रह्माणी को, साथ लै आऐ, कारज नेक कराऐ l
मेरे, भोले बाबा ने, वियाह रचाया...
इस शादी की, शान देखकर, मईया दौङी आई ll
हनुमत ने भी, नाच नाच कर, चुटकी खूब बजाई lमहाँदेव
मेरे, भोले बाबा ने, वियाह रचाया...
ऐसा दूल्हा, कहीं ना देखा, देखी ना ऐसी दुलहन ll
शिव गौरां की*, जोड़ी जग में, बनी है सबसे उतम l
मेरे, भोले बाबा ने, वियाह रचाया...
हर हर महादेव
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल
श्रेणी : शिव भजन
🥳❤शिवरात्रि स्पेशल|| मेरी गौरा मैय्या को दुल्हन बनाया दुल्हन बनाया|| नया स्वरचित भजन😊💃🏻
यह भजन "मेरे भोले बाबा ने वियाह रचाया" शिव विवाह की अलौकिकता और भव्यता को अद्भुत रूप से प्रस्तुत करता है। इस भजन में भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के शुभ अवसर का सुंदर वर्णन किया गया है, जिसमें देवताओं और भक्तों का उल्लासपूर्ण समागम देखने को मिलता है।
भजन में बताया गया है कि जब शिव-गौरा का विवाह हुआ, तो पूरी सृष्टि ने आनंद मनाया। श्रीराम ने डंका बजाया, सीता जी के संग नृत्य किया, भगवान विष्णु ने शंखनाद किया और माता लक्ष्मी संग नृत्य किया। श्रीकृष्ण ने मुरली बजाई, राधा जी संग झूमे, ब्रह्मा जी ने वेदों का पाठ किया और ब्रह्माणी को साथ लाए। स्वयं माता अंजनी भी दौड़ी चली आईं, और हनुमान जी ने नाच-नाचकर आनंद प्रकट किया। इस विवाह में समस्त देवी-देवताओं की उपस्थिति ने इसे और भी दिव्य बना दिया।
भजन के अंत में शिव-पार्वती की अनुपम जोड़ी की महिमा गाई गई है, जो समस्त जगत में सर्वोत्तम मानी गई है। यह भजन शिव विवाह के पावन अवसर पर भक्तों के हृदय में श्रद्धा और भक्ति का संचार करता है। हर हर महादेव के जयघोष के साथ, यह भजन शिवरात्रि पर विशेष रूप से सुनने योग्य है, जो भक्तों को शिवमय बना देता है।