तेरे दरबार आए हैं
तेरे दरबार आए हैं, जहां से हार आए है
खाली न जाएंगे, खुशियां ले जाएंगे,
जिद पर अड़ जाएंगे
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ठोकर जो खाई है संसार की,
चौखट दीखी फिर तेरे द्वार की
हारे के साथी बताएं तुम्हें,
सारी कहानी मेरे हार की, जो होगी कृपा तेरी,
अब हम ना हारेंगे, हम जीत के जाएंगे
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
तेरे दरबार आए हैं, जहां से हार आए है
खाली न जाएंगे, खुशियां ले जाएंगे,
जिद पर अड़ जाएंगे
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
देखा जाएगा जो भी हो अंजाम,
हमने तो छोड़ा सब तुम पर है श्याम
तुम जो हमारा करोगे ना काम
रटते रहेंगे हम तेरा ही नाम
झोली हम लाएंगे, भरकर ले जाएंगे,
अब दुख ना पाएंगे
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
तेरे दरबार आए हैं ,जहां से हार आए है
खाली न जाएंगे, खुशियां ले जाएंगे,
जिद पर अड़ जाएंगे
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
लहरों में नैया जो डूबी मेरी,
तौहीन होगी कन्हैया तेरी
सब जाने निर्मल को नादान है,
ए श्याम इसकी तू पहचान है
एक एक आंसू मेरे, तुझको पिघलाएंगे
मनवा के जाएंगे
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
तेरे दरबार आए हैं ,जहां से हार आए है
खाली न जाएंगे, खुशियां ले जाएंगे,
जिद पर अड़ जाएंगे
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
ऐसे ना जाएंगे ऐसे ना जाएंगे,
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
तेरे दरबार आये है | Tere Darbar Aaye Hain | Shyam Baba New Bhajan - Shubham Rupam official Video
"तेरे दरबार आए हैं" एक भव्य भजन है जो श्याम भक्ति को दर्शाता है। इस भजन में एक भक्त की हार और संघर्ष की कहानी है, जो भगवान के दरबार में अपनी पूरी उम्मीद और विश्वास के साथ पहुंचता है। इसे शुबम रुपम ने गाया है और इसके बोल निरमल जी झुंझुनवाला द्वारा लिखे गए हैं। संगीत का संयोजन दीपनकर साहा ने किया है, और इसे कमलेश ड्रोलियाज ने मिक्स और मास्टर किया है। इस भजन के खास अंश हैं जहां भक्त अपने दुखों को भगवान के चरणों में समर्पित करता है और विश्वास के साथ यह कहता है कि वह खाली हाथ नहीं लौटेगा, बल्कि भगवान की कृपा से खुशियां लेकर जाएगा। भजन के संगीत और स्वरों में गहरी भक्ति और आस्था की भावना है, जो हर श्रोता को भावुक करती है। निर्देशक शैमन और डीओपी गोरा कालोन द्वारा इसे और भी आकर्षक रूप से प्रस्तुत किया गया है। इस भजन की विशेषता यह है कि यह न केवल भक्तों को भगवान से जोड़ता है, बल्कि उनकी आस्था को भी मजबूत करता है, जिससे यह भजन सुनने के बाद लोग अपने जीवन में सुख और समृद्धि की उम्मीद रखते हैं।