सुना है तेरे दर पे आके मोहन - suna hain tere dar pe aake mohan
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सुना है तेरे दर पे आके मोहन
सुना है तेरे दर पे आके मोहन
किस्मत सबकी संवर रही है,
तुम्हारे दर्शन को ए मुरली वाले
हमारी आंखे तरस रही हैं।।
सुना है तेरे दर पे आके मोहन
किस्मत सबकी संवर रही हैं।
झुकी है पलके भरे है आंसू
कभी तो होगा मिलन ये सोचूं,
उठाओ पर्दा ए मुरली वाले
हमारी सांसे ठहर रही हैं।।
सुना है तेरे दर में आपके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही हैं।
कहूंगा मैं तुमसे अपने दिल की
तुम्हारी बाते तुम्ही से होगी,
तुम्हारे भक्तों की भीड़ मोहन
वृंदावन में पहुंच रही हैं।।
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही हैं।
ये धन ये दौलत ये बंगला गाड़ी
और एक तरफ है तेरी सेवादारी,
जिसके हो मांझी तुम मुरली वाले
उसको भंवर की चिंता नहीं हैं।।
सुना है तेरे दर पे आके मोहन
किस्मत सबकी संवर रही है,
तुम्हारे दर्शन को ए मुरली वाले
हमारी आंख तरस रही हैं।
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है।।
श्रेणी : कृष्ण भजन
Suna Hai Tere Dar Pe Aake Mohan| सुना है तेरे दर पे आके मोहन |Full Bhajan | Pushpendra Chauhan
सुना है तेरे दर पे आके मोहन - suna hain tere dar pe aake mohan, Rani Sati Dadi Bhajan, by Singer: Pushpendra Chauhan Ji
Bhajan Tags: सुना है तेरे दर पे आके मोहन, कारीगरी का काम संवर रही है, अदृश्य दर्शन को ए मुरली वाले, हमारी आंखे तार रही है, झकी है पलकें भरी है जंगल, कभी तो होगी मिलन ये सोच, उठाओ परदा ए मुरली वाले, हमारी धरती घर रही हैं, दिखाते हुए मैं अपने दिल की बात कहता हूँ, बातें तुम्हीं से होगी, तेरे भक्तों की भीड़ मोहन, वृंदावन में पहुँच रही हैं, suna hai tere dar pe aake mohan, kaareegaree ka kaam sanvar rahee hai, adrshy darshan ko e muralee vaale, hamaaree aankhe taar rahee hai, jhakee hai palaken bharee hai jangal, kabhee to hogee milan ye soch, uthao parada e muralee vaale, hamaaree dharatee ghar rahee hain, dikhaate hue main apane dil kee baat kahata hoon, baaten tumheen se hogee, tere bhakton kee bheed mohan, vrndaavan mein pahunch rahee hain,