मैंने सारे सहारे छोड़ दिए
मैंने सारे सहारे छोड़ दिए,
बस तेरा सहारा काफी है,
मुझे चाह नहीं दुनिया भर की,
बस तेरा नजारा काफी है,
मैने सारे सहारे छोड़ दिए,
बस तेरा सहारा काफी है।।
1- तेरी चाहत में जग छूट गया,
पर तू मुझसे क्यों रूठ गया,
मैं डूब रहा भव सागर में,-2
बस आना तुम्हारा बाकी है,
मैने सारे सहारे छोड़ दिए,
बस तेरा सहारा काफी है।।
2- मैंने जबसे तुम्हारा नाम लिया,
इस जग ने बहुत इल्जाम दिया,
जब तूने मुझे यूँ थाम लिया,-2
बस मेरा गुजारा काफी है,
मैने सारे सहारे छोड़ दिए,
बस तेरा सहारा काफी है।।
3- मैंने तेरे लिए ही जोग लिया,
और छोड़ जगत का भोग दिया,
रो रो के बुलाना काम मेरा,-2
बस आना तुम्हारा बाकी है,
मैने सारे सहारे छोड़ दिए,
बस तेरा सहारा काफी है।।
मैंने सारे सहारे छोड़ दिए,
बस तेरा सहारा काफी है,
मुझे चाह नहीं दुनिया भर की,
बस तेरा नजारा काफी है,
मैने सारे सहारे छोड़ दिए,
बस तेरा सहारा काफी है।।
श्रेणी : कृष्ण भजन
तेरी चाहत में मैंने सब कुछ पीछे छोड़ दिया, लेकिन तू मुझसे क्यों दूर हो गया? जीवन की कठिनाइयों में अकेला महसूस करता हूं, लेकिन तेरा एक आना सब कुछ बदल सकता है।
जबसे तेरा नाम लिया, इस दुनिया ने मुझे गलत समझा। पर तेरे साथ ने मुझे सब कुछ सहने की ताकत दी। अब सिर्फ तेरा सहारा ही मेरा जीवन है।
तेरे लिए मैंने सब त्याग दिया, यहां तक कि संसार के सुख भी। मेरी एकमात्र प्रार्थना यही है कि तू मुझे अपना ले। तेरी मौजूदगी से ही मेरी हर मुश्किल आसान हो जाती है।
बस तेरा सहारा काफी है, क्योंकि तू ही मेरा सब कुछ है।