राजस्थान के कण - कण में विराजे
तर्ज - आ लोट के आजा मेरे मीत
राजस्थान के कण - कण में विराजें दो देव निराला है,
एक सालासर वाला 2 दुसरा खाटू वाला है,
राजस्थान के........
अंजनी का लाला सालासर वाला, मोरवीनन्दन खाटू वाला,
शंकर का अवतारी हनुमत 2 कृष्ण अवतारी खाटू वाला,
दोनों ही देव महान 2 बजे इनके नाम का डंका है
राजस्थान के ..........
चैत्र सुदी पूनम को जन्मदिन, जन्म लियो बजरंगी,
फागण शुक्ल की आई ग्यारस 2 जन्म लियो खाटू वालों,
मेला लागे अति भारी 2 दर्श करें नर और नारी है
राजस्थान के ...…......
हर भक्त के ये संकट मिटाएं, सबकी बिगड़ी बनाए,
एक दयालु दुजा कृपालु 2 सबको शरणं लगाए
चलो मिलके करें गुणगान 2 कलियुग में महिमा भारी है
राजस्थान के .........
श्रेणी : हनुमान भजन
राजस्थान के कण - कण में विराजें दो देव निराला है, एक सालासर वाला 2 दुसरा खाटू वाला है, राजस्थान के कण - कण में विराजें दो देव निराला है, अंजनी का लाला सालासर वाला, मोरवीनन्दन खाटू वाला, शंकर का अवतारी हनुमत 2 कृष्ण अवतारी खाटू वाला, दोनों ही देव महान 2 बजे इनके नाम का डंका है, rajasthan ke kan - kan mein virajen do dev nirala hain, ek salasar vala 2 dusara khatu vala hai, anjani ka lala salasar vala, moravinandan khatu vala, shankar ka avatar hanumat 2 krshn avatar khatu vala, donon hi dev mahan 2 baje ek nam ka danka hai