चलो वृंदावन धाम
अब मन को घर मेरा रास ना आए वृंदावन को बुलाए
मैं चलूं किसी भी राह पर वह, तुमसे ही क्यों मिल जाए
खुशहाल बड़ा इस जीवन में जो, मानव रूप है पाया
धिक्कार है फिर इस जीवन पर, हरि नाम ना जो ले पाया
जहां की सुबह राधा जी है, सांझ मेरी है श्याम
जहां की हर गलियों में बसते मेरे श्याम श्याम
चलो वृंदावन धाम,चलो वृंदावन धाम
लेके हरि का नाम चलो वृंदावन धाम
हो करने उद्धार चले आए तुम,जब जब भक्तों ने बुलाया
कभी राम बने कभी श्याम बने, कभी नरसिंह रूप धराया
हर रूप तुम्हारा है अद्भुत, तुम सच्चिदानंद कहलाए
पर हृदय बसी वह मधुर छवि, जब ब्रिजवाला बन आए
जब ब्रिजवाला बन आए, जब ब्रिजवाला बन आए
जहां बहे श्री यमुना जी ,और संत जपे हरि नाम
लता पता बनकर गोपिया, करे हरी गुणगान
चलो वृंदावन धाम,चलो वृंदावन धाम
लेके हरि का नाम चलो वृंदावन धाम
भजो श्री राधे श्याम, भजो श्री राधे श्याम
चलो वृंदावन धाम, चलो वृंदावन धाम
भजमन राधे गोविंद, भजमन राधे गोविंद
राधे गोविंद भजमन राधे गोविंद...x2
हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे
जय हो वृंदावन धाम, जय हो वृंदावन धाम
जय हो वृंदावन धाम, जय हो वृंदावन धाम
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श्रेणी : कृष्ण भजन