मेरी चुनरी पे छपवा देने पिया नटखट श्याम निराला
हो मेरी चुनरी पे छपवा देने पिया नटखट श्याम निराला
मेरी चुनरी पे छपवा देने पिया नटखट श्याम निराला
नटखट श्याम निराला मेरा बाबा खाटू वाला
हो मेरी चुनरी पे छपवा देने पिया नटखट श्याम निराला
गोरी रंग रेज पे ले चालू छापे पे काटे चाला,
रे गोरी रंग रेज पे ले चालू छापे पे काटे चाला,
छापे पे काटे साला, छापे पे काटे साला,
रे गोरी रंग रेज पे ले चालू छापे पे काटे चाला,
छपवा दे खाटू नगरी सारी भगता की भीड़ लगे भारी
छपवा दे खाटू नगरी सारी भगता की भीड़ लगे भारी
दिख माखन,,
दिख माखन चोरी करता रे कोठी का तोड़ता ताला
मेरी चुनरी पे छपवा देने पिया नटखट श्याम निराला
तू भी चालिये मेरे संग में
रंगवाऊ चुनर श्याम के रंग में
तू भी चालिये मेरे संग में
रंगवाऊ चुनर श्याम के रंग में
तू इतनी, तू इतनी मायुष मत होवे
बता तेरा गया कद टाला
रे गोरी रंग रेज पे ले चालू छापे पे काटे चाला,
हा खाटू नगरी जाना से मैंने श्याम कुंड में नहाना से,
हा खाटू नगरी जाना से मैंने श्याम कुंड में नहाना से,
एक तू भी, एक तू भी गोता मार लिए तेरा हो जा दिल में उजाला,
हो मेरी चुनरी पे छपवा देने पिया नटखट श्याम निराला,
"पितराम शर्मा"तने मनावे दर तेरे पे शीश झुकावे
"पितराम शर्मा" तने मनावे दर तेरे पे शीश झुकाव
रयो भजन, रयो भजन श्याम के गावे से हा "करण सिंह"
रे गोरी रंग रेज पे ले चालू छापे पे काटे चाला,
श्रेणी : खाटू श्याम भजन