खाटू वाले श्याम धणी से हेत पुराणा से
दरजी सीम दे निसान, मन्ने खाटू जाणा से,
खाटू वाले श्याम धणी से, हेत पुराणा से
दरजी सीम दे निसान, मन्ने खाटू जाणा से ॥
कितनो मीटर कपड़ो ल्याऊ, कुणसो ल्याऊ रंग,
लहरावे जद आसमान में, दुनिया हो जा दंग,
बोल दरजी बोल मन्ने, के के ल्याणा से,
दरजी सीम दे निसान……॥
लांबी लांबी लाठी माहि, बाबा को निसान,
बिन बोल्या ही समझे दुनिया, कर दे एक पहचान
झंडे ऊपर मन्ने, जय श्री श्याम लिखाणा से,
दरजी सीम दे निसान……॥
हाथ जोड़ के बोलू दरजी, दिखा तेरी चतुराई
बनवारी जो भी मांगेगो, दूंगा तनने सीमाई
मेले माहीं जाके मन्ने, श्याम रिझाना से,
दरजी सीम दे निसान……॥
मेरे मन में भाव जाग गया मैं भी खाटू जाऊं,
घर वाला ने सागे लेकर एक निसान चढ़ाऊँ,
श्याम धणी से मन्ने भी,एक काम पटाणा से
ओ प्रेमी लेले तेरे साथ, मन्ने खाटू जाणा से,
दरजी सीम दे निसान……॥
श्रेणी : खाटू श्याम भजन