कैसा ये हाल मेरा तुमको मैं क्या बताऊं
तर्ज - श्याम तेरे भरोसे मेरा परिवार है
कैसा ये हाल मेरा तुमको मैं क्या बताऊं
तुमसे मिलने को श्याम तेरे रोज दर पर आऊ
तू भी तो जाने श्याम हो मेरे इस हालत को
तू ही मेरा श्याम है तू ही मेरे साथ है
कैसा ये हाल मेरा तुमको मैं क्या बताऊं
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तुमसे मिलने को श्याम तेरे रोज दर पर आऊ
तेरे भरोसे बैठा मेरा परिवार तो
तेरे भरोसे चलती मेरी पतवार तो
तू ही सहारा देता तू ही गुजारा देता
कैसा ये हाल मेरा तुमको मैं क्या बताऊं
तुमसे मिलने को श्याम तेरे रोज दर पर आऊ
दुनिया से क्या मैं मांगू दुनिया ये क्या दे सकती
झोली तो तेरे दर पे आकर ही मेरी भरती
कैसा ये हाल मेरा तुमको मैं क्या बताऊं
तुमसे मिलने को श्याम तेरे रोज दर पर आऊ
बाबा भवसागर में फंसी है नाव मेरी
आकर पार लगाओ कहो किस बात की देरी
कैसा ये हाल मेरा तुमको मैं क्या बताऊं
तुमसे मिलने को श्याम तेरे रोज दर पर आऊ
अपने दुखों की बातें बाबा में रोज करता
आकर तेरी चौखट आंसुओं से मैं भरता
कैसा ये हाल मेरा तुमको मैं क्या बताऊं
तुमसे मिलने को श्याम तेरे रोज दर पर आऊ
लकी के कष्ट मिटा जा तेरा उसे दरस दिखा जा
पड़ी जो बंद किस्मत मेरी मोर छड़ी से उसे खोल जा
कैसा ये हाल मेरा तुमको मैं क्या बताऊं
तुमसे मिलने को श्याम तेरे रोज दर पर आऊ
Lyrics - lucky shukla
श्रेणी : खाटू श्याम भजन