चालो देखन ने खाटू की नगरी श्याम मिराज रे
चालो देखन ने खाटू की नगरी श्याम मिराज रे,
चालो देखन ने,,,,,,
चालो देखण ने खाटू की नगरी श्याम मिराज रे,
चालो देखन ने,,,,,
श्याम विराज रे श्याम विराज रे,
मारो बाबो विराज रे चालो देखने
चालो देखन ने,,,,,
पंच आरती होती दिन में शंख नगाड़ा बाजे रे,
पंच आरती होती दिन में शंख नगाड़ा बाजे रे,
भक्ता के संग मंदिर आ गए
भगता के संग मंदिर आगे
सांवरो नाचे रे चालो देखन ने,
चालो देखन ने खाटू की नगरी श्याम मिराज रे,,,,
फूला को सिणगार यो थारो सबने प्यारो लागे रे,
फूला को सिणगार यो थारो सबने प्यारो लागे रे,
द्वार खड़ा सेवकिया थाने
द्वार खड़ा सेवकिया थाने
खूब ही निरख रे चालो देखन ने,
चालो देखन ने खाटू की नगरी श्याम मिराज रे,,,,
खीर चूरमो करे कले वो छपन भोग लगावे रे,
खीर चूरमो करे कले वो छपन भोग लगावे रे,
खुद भी खावे भगत खिलावे
खुद भी खावे भगत खिलावे
सबने बांटे रे चालो देखन ने,
चालो देखन ने खाटू की नगरी श्याम मिराज रे,,,,
निर्बल ने बल निर्धन ने धन सबने माल लुटा,
निर्बल ने बल निर्धन ने धन सबने माल लुटा,
नारायण केवे झोड़ मारी
नारायण केवे झोड़ मारी
बाबो भरसी रे चालो देखन ने,
चालो देखन ने खाटू की नगरी श्याम मिराज रे,,,,
चालो देखन ने खाटू की नगरी श्याम मिराज रे,
चालो देखन ने,,,,,,
चालो देखण ने खाटू की नगरी श्याम मिराज रे,
चालो देखन ने,,,,,
श्याम विराज रे श्याम विराज रे,
मारो बाबो विराज रे चालो देखने
चालो देखन ने,,,,,
श्रेणी : खाटू श्याम भजन