चलो चले चलो चले खाटू नगरिया रे
फागण में यूँ रंग बरसे
बदरा जैसे अम्बर से
सूने मन में उमंग जागी रे
कोई रस्ता ना रोके कोई हमको ना टोके
श्याम धुन की लगन लागी रे
हम रंगे तुम रंगे श्याम के रंग में रंगे
हम रंगे तुम रंगे श्याम के रंग में रंगे
चलो चले चलो चले खाटू नगरिया रे
बुला रहा बुला रहा श्याम सांवरिया रे
दिल से जुडी बातें सभी श्याम धणी से हमें कहना भी है
मस्त मगन बोले ये मन श्याम शरण में हमें रहना भी है
श्याम रंग में जो भी रंगा खुशहाल हुआ मशहूर हुआ
रास्ते का पत्थर जो उसके दर पे छुआ तो कोहिनूर हुआ
हम चले हम चले खाटू नगरी चले
हम चले हम चले खाटू धाम को हम चले
चलो चले चलो चले खाटू नगरिया रे
बुला रहा बुला रहा श्याम सांवरिया रे
चिंता फिकर सब छोड़ कर हम सब बाबा से मिलने आगे बढे
निश्छल जिसे ढूंढें नज़र चल खाटू चलके उसके दर्शन करे
क्या हुआ था कल कैसे होगा कल सोचने में क्या रखा है
सांवरे पे रखके भरोसा चल आने वाला पल अच्छा है
हम बंधे हम बंधे ऐसे बंधन में बंधे
हम बंधे हम बंधे ऐसे बंधन में बंधे
चलो चले चलो चले खाटू नगरिया रे
बुला रहा बुला रहा श्याम सांवरिया रे
यह भी देखें : फागण में बाबा कैसा जादू चलाते
श्रेणी : खाटू श्याम भजन