शिव भोले रूप दिखा दे तेरा निराला हो
शिव भोले रूप दिखा दे तेरा निराला हो
सांझ सवेरे रातू तेरी मैं माला हो।।
शिव भोले रूप दिखा दे
भोले रूप दिखा दे तेरा निराला हो
सांझ सवेरे रातू तेरी मैं माला हो
मैं दर्शन कर्ण चाहु
बस यहीं अरजी लगाउ
मन मंदिर भोले की बस तेरी ज्योत जगाऊ
मेरी नैया पार लगादे तू बन रखवाला हो
सांझ सवेरे रातू तेरी मैं माला हो।।
मैं हो लिया अब तेरा
एब ले ले आके डेरा
मन की नागरी में बाबा
एब करले आन भसेरा
मेरे बिगड़े काम बनांदे
करे ना दावा हो
सांझ सवेरे रातू तेरी मैं माला हो
कद सुनेगा अरजी मेरी
से बाबा मर्जी तेरी
मैं सच्चा भगत सु तेरा
तने क्यु लायी देख देरि।।
मेरे सोये भाग जगदे हो मन में उजाला हो
सांझ सवेरे रातू तेरी मैं माला हो
तेरे चारो में हो ध्यान मेरा
गुन गण करु मैं तेरा
बस लिखो भजन मैं तेरे
तेरे बढ़िया भजन बनवे
मदना ये आला हो
सांझ सवेरे रातू तेरी मैं माला हो
शिव भोले रूप दिखा दे
भोले रूप दिखा दे तेरा निराला हो
सांझ सवेरे रातू तेरी मैं माला हो।।
श्रेणी : शिव भजन