जयती जयती जय जय फ़ौजदारी
जयती जयती जय जय फ़ौजदारी
जयती बाबा बासुकी
कोटि कोटि प्रणाम स्वीकारो हे बाबा बासुकी
जय जय हो बाबा बासुकी
जयती जयती जे जे फ़ौजदरी
जयती बाबा बासुकी
कोटि कोटि प्रणाम स्वीकारो हे बाबा बासुकी
जय जय हो बाबा बासुकी
शरण में आए शरण में
लीजे बाबा बासुकी
अपनी अनुकांम्पा तनिक
कर दीजिये बाबा बासुकी
जय जय हो बाबा बासुकी
आप करुणा के है सिंधु है
बूँद हम है अनसु की
जान के इन्हे जल स्वीकारो
चरणों में प्रभु बासुकी
जय जय हो बाबा बासुकी
है सुना विनती सभी की
सुनते पल में आफ़ि
बेसहरो को सहारा देते जाग में आप ही
जय जय हो बाबा बासुकी
अर्ज़ सुंलीज़िए नागेस्वर अपने दस की
और ना लीजिए परीक्षा प्रभु मेरे विश्वश
जय जय हो बाबा बासुकी
दर पे लेके टोकरी हम भी खड़े है आश् की
दीजिए दर्शन ह्यूम भी आज बाबा बासुकी
जय जय हो बाबा बासुकी
कहते है जिसपेर हो जाए जिसपेर कृपा आपकी
उसपे आँच ना आती है पाप की संताप की
जय जय हो बाबा बासुकी
आप की महिमा जगत में न्यारी बाबा बासुकी
हर मनोरथ पूरण करते विमल जैसे दस की
जय जय हो बाबा बासुकी
जयती जयती जे जे फ़ौजदरी
जयती बाबा बासुकी
कोटि कोटि प्रणाम स्वीकारो हे बाबा बासुकी
जय जय हो बाबा बासुकी
श्रेणी : शिव भजन