प्रीत सिया राम से लगाऊँगी
प्रीत सिया राम से लगाऊँगी,
झोपड़ी अयोध्या जी बनाऊगी,
प्रीत सिया राम से लगाऊँगी,
झोपड़ी अयोध्या जी बनाऊगी।।
सब देख लिया है तमाशा,
पूरी हुई मन की आशा,
सब देख लिया है तमाशा,
पूरी हुई मन की आशा,
सब नाथों से मुक्ति अब मैं पाउँगी,
झोपड़ी अयोध्या जी बनाऊगी,
प्रीत सिया राम से लगाऊँगी,
झोपड़ी अयोध्या जी बनाऊगी।।
श्री राम जी बड़े कृपालु,
सिया जी सा न कोई दयालू,
सिया राम से वर यही मैं पाऊँगी,
झोपड़ी अयोध्या जी बनाऊगी,
प्रीत सिया राम से लगाऊँगी,
झोपड़ी अयोध्या जी बनाऊगी।।
तन मन से सेवा करुँगी जीवूंगी वही मरुँगी,
तन मन से सेवा करुँगी जीवूंगी वही मरुँगी,
अयोध्या जी की रज को तन पे रमाऊँगी,
अयोध्या जी की रज को तन पे रमाऊँगी,
झोपड़ी अयोध्या जी बनाऊगी,
प्रीत सिया राम से लगाऊँगी,
झोपड़ी अयोध्या जी बनाऊगी।।
नित आरती दर्श करुँगी,
संतो की शरण बहूंगी,
नालागढ़ संग में नाचू गाऊँगी,
झोपड़ी अयोध्या जी बनाऊगी,
प्रीत सिया राम से लगाऊँगी,
झोपड़ी अयोध्या जी बनाऊगी,
सिया राम जय जय राम,
सिया राम जय जय राम।।
श्रेणी : राम भजन