मेहंदी पूर बालाजी थाने म्हारो राम राम
सारे जाग में होवे
बाबा थारी जय जय कार ।।
ई करीयुग माहि तुहि
दुखिया रा दातार ।।
सुरगो से भी प्यारो लागे
सीता रो दरबार।।
केसरी नंदन थाने
वंदन करे सारो संसार।।
सारे जाग में डंका बाजे
सांचो थारो नाम
मेहंदी पूर बालाजी
थाने म्हारो राम राम।।
राम राम जय राम राम
श्री राम राम जय राम राम।।
सारे जाग में डंका बाजे
सांको तरो नाम
मेहंदी पूर बालाजी थाने
म्हारो राम राम।।
बाल पाने में चढ़ा आकाशा
सूरज मुख में दबयो।।
थोड़ी पेर जो वज्रा लगा तो
हनुमान कहलायो।।
तरी भक्ति और शक्ति ने
झुक झुक करा प्रणाम
मेहंदी पूर बालाजी थाने
म्हारो राम राम।।
राम राम जय राम राम
श्री राम राम जय राम।।
सात समुद्रा लाघ कर
सीता मा की खबर लगाई।।
आग लगाकर पूछ में
अपनी सारी लंका जलाई।।
तहस नहस कर डाली लंका
खूब मचायो कोहराम।।
मेहंदी पूर बालाजी थाने
म्हारो राम राम।।
राम राम जय राम राम
श्री राम राम जय राम।।
संजीवन बूटी रे खातिर
पर्वत उठाके लायो।।
रखी लाज राम की
लक्ष्मण प्राण बचायो।।
तीनो लोका माही गूँज
राह्यो थारो नाम।।
मेहंदी पूर बालाजी थाने
म्हारो राम राम।।
सारे जग में डंका बाजे
सांचो थारो नाम
मेहंदी पूर बालाजी
थाने म्हारो राम राम।।
श्रेणी : हनुमान भजन