मचा दो नगर नगर में शोर मेरे प्रभु रामजी आये है
मचा दो नगर नगर में शोर मेरे प्रभु रामजी आये है,
मचा दो नगर नगर में शोर मेरे प्रभु रामजी आये है,
मेरे मन में उठे हिल्लोर ख़ुशी के बदल छाये है ॥
अयोध्या दुल्हन सी साजे नगाड़े गली गली बाजे,
अयोध्या दुल्हन सी साजे नगाड़े गली गली बाजे,
चली मैं तो अवध पूरी की और वंदन वार बढ़ाये है,
मचा दो नगर नगर में शोर मेरे प्रभु रामजी आये है,
मचा दो नगर नगर में शोर मेरे प्रभु रामजी आये है ॥
मिला बड़े घञा से अवसर ख़ुशी के डीप जले घर घर,
उमंग आनंद और ना छोर रंगोली फूल बिछाए है,
मचा दो नगर नगर में शोर राजा रामजी आये है,
मचा दो नगर नगर में शोर मेरे राजा रामजी आये है ॥
ख़ुशी से भीग रही पलके नजारा करे सभी चलके,
मिठाई बात रही चहु और के मंगल गीत सुनाये है,
मचा दो नगर नगर में शोर राजा रामजी आये है,
मचा दो नगर नगर में शोर मेरे राजा रामजी आये है ॥
बधाई चित्र विचित्र गोपाल पागल हर्षाये,
के आगया राम राज्य का दौर हिल मिल मंगल गाये है,
मचा दो नगर नगर में शोर राजा रामजी आये है,
मचा दो नगर नगर में शोर मेरे राजा रामजी आये है ॥
श्रेणी : राम भजन
Ram Ji New Bhajan - मचा दो नगर नगर में शोर | Mere Ram Ji Aaye Hain | Chitra Vichitra Ji | Vraj Bhav
नगर-नगर में शोर मचा दो कि प्रभु श्रीरामजी पधार चुके हैं। इस पावन अवसर पर हर हृदय आनंदित है, और मन में उत्साह के हिलोर उठ रहे हैं। हर ओर खुशी के बादल छाए हुए हैं, जैसे पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास से भर गया हो। श्रीराम का आगमन केवल एक घटना नहीं, बल्कि जीवन में एक नया प्रकाश और प्रेम की लहर लाने वाला संदेश है।
भक्तगण नृत्य और भजन में लीन होकर अपनी श्रद्धा प्रकट कर रहे हैं। संतों के मधुर वचनों और भक्तों की भक्ति से वातावरण गूंज रहा है। यह संदेश हर हृदय तक पहुंचाना है कि रामजी का आगमन जीवन में शांति, प्रेम, और धर्म का संचार करता है।
आइए, इस पावन संदेश को हर गली-नगर में फैलाएं और प्रभु राम के स्वागत में पूरे मन से मग्न हो जाएं।