कान्हा तेरी अंखियों ने कैसा जादू कर डाला
कान्हा तेरी अंखियों ने कैसा जादू कर डाला,
खोई सुध बुध मन भी खोया,देख के रूप निराला,
कान्हा तेरी अंखियों ने कैसा जादू कर डाला,
नटखट प्यारा श्याम सलोना,
बाल रूप में बड़ा ही मोहना,
फोड़े मटकी माखन खाए,खेले खेल निराला,
कान्हा तेरी अंखियों ने कैसा जादू कर डाला,
जब तूं श्यामा रास रचावे,
सबके ह्रदय में बस जावे,
बंशी बजैया चारे गैया,बनके व्रज का ग्वाला,
कान्हा तेरी अंखियों ने कैसा जादू कर डाला,
सुंदर तन पीतांबर सोहे,
कानन कुण्डल मन को मोहे,
मोर मुकुट तेरे शीश विराजे,गले वैजन्ती माला,
कान्हा तेरी अंखियों ने कैसा जादू कर डाला,
देख के मुखड़ा श्याम नूरानी,
हो गई मीरा प्रेम दिवानी,
घर से बेघर हुई बावरी ,कैसा रोग यह पाला,
कान्हा तेरी अंखियों ने कैसा जादू कर डाला,
एक श्याम मथुरा में राजे,
एक श्याम वृंदावन बिराजे,
ढूंढे पवन किस जगह पर मोहन, कैसी सोच में डाला,
कान्हा तेरी अंखियों ने कैसा जादू कर डाला,
कान्हा तेरी अंखियों ने कैसा जादू कर डाला,
खोई सुध बुध मन भी खोया,देख के रूप निराला,
कान्हा तेरी अंखियों ने कैसा जादू कर डाला,
श्रेणी : कृष्ण भजन