बड़ी प्यारी लागे माँ तेरी चुनरिया
बड़ी प्यारी लागे माँ तेरी चुनरिया
बड़ी प्यारी लागे माँ तेरी चुनरिया
जिसे देवताओ ने मिलकार बनाया
बड़ी प्यारी लागे माँ तेरी चुनरिया
जिसे देवताओ ने मिलकार बनाया
हुआ युध असुरो से
फैली थी माया
चढ़ी शेर पर माँ
बड़ा क्रोध आया
बड़ी प्यारी लागे माँ तेरी चुनरिया
जिसे देवताओ ने मिलकार बनाया
जय जय माँ चुनरी ओधो माँ
जय जय माँ चुनरी ओधो माँ
खुले बाल देखे द ब्रह्मा ने पहले
तब जाकर विष्णु से ये बात बोली
हमें सिर पर चुनरी ओढ़नी ही होगी
खुद अपने हाथों से सजनी होगी
फिर गणपति को पूजा ग्रहो को मनाय
शास्त्रो को धोया और माँ को थमाया
बड़ी प्यारी लागे माँ तेरी चुनरिया
जिसे देवताओ ने मिलकार बनाया
ब्रह्मादि ने बुनकर रंगो से सजाया
इंद्राणी ने आकर गोता लगाया
फिर फूलों की खुशबू से इंद्र महकाया
नज़र वाला टीका शिवजी ने लगाया
सभी देवताओं ने सिंघो को सजाया
कारी आरती शर्मा गुन गान गया
बड़ी प्यारी लागे माँ तेरी चुनरिया
जिसे देवताओ ने मिलकार बनाया
श्रेणी : दुर्गा भजन