अरे नाच गाने में चोखा चोखा पल में जावे झूम
अरे नाच गाने में चोखा चोखा पल में जावे झूम,
जब सुने हरि का भजना ने तब माचे धामा धूंम...x2
सतसंगत सुनवा ने कोनयां आवे पांच पच्चीस,
जा भजन में नींद निकाले उन भक्तों पर रिस,
होवे जब नाचन वाली तो जावे है खूब,
जब सुने हरि का भजना ने तब माचे धामा धूंम....x2
नहीं हीरा नहीं पारखी जी सब में घलया मेल,
घानी माही टुटडा भाई कईयां निकले तेल,
बिना फला की बेल्डी, जिक नहीं पान नहीं लोम,
जब सुने हरि का भजना ने तब माचे धामा धूंम...x2
बिना धन्यां को बाजरो की चिड़िया चुग-चुग जाए,
मानसरोवर हंसा भूखा कागा मौज मनाए,
उजला करम कर्निया थोड़ा ज्यादा ताना सुन,
जब सुने हरि का भजना ने तब माचे धामा धूंम...x2
मंदिर सुना मयखाना में भीड़ लगी है भारी,
मात-पिता सेवा नहीं करते तिरिया की सुध सारी,
कहे मालुनी सज्जन बैठा आज दबाकर दूंम,
जब सुने हरि का भजना ने तब माचे धामा धूंम..x2
अरे नाच गाने में चोखा चोखा पल में जावे झूम,
जब सुने हरि का भजना ने तब माचे धामा धूंम..x2
श्रेणी : विष्णु भजन