पापी नालायक हूं गुनहगार हूं मैं
पापी नालायक हूं गुनहगार हूं मैं,
तेरी कृपा का तलबगार हूं मैं,
पापी नालायक हूं........
लायक को लायक प्रभु क्या बनाना,
काम आपका गिरते हुए को उठाना,
तुम्हें पतित पावन कहता जमाना,
कर्मों से अपने शर्मसार हूं में,
तेरी कृपा का तलबगार हूं मैं,
पापी नालायक हूं.......
कृपा आपकी तो भूलाना है मुश्किल,
कर्ज आपका तो चुकाना है मुश्किल,
बिन तेरे जीवन बिताना है मुश्किल,
जन्मो जन्म से कर्जदार हूं मैं,
तेरी कृपा का तलबगार हूं मैं,
पापी नालायक हूं........
शरण मांगता हूं मैं फैला कर बाहें,
कभी तो पड़ेगी प्रभु की निगाहें,
होगी कृपा अपनी महकेगी राहें,
नन्हा सा दाता कलमकार हूं मैं,
तेरी कृपा का तलबगार हूं मैं,
पापी नालायक हूं...........
लीला तुम्हारी बस तू ही जाने,
रोमी तुम्हें दाता बस अपना माने,
तेरे नाम से जग मुझे पहचाने,
सदा ही तुम्हारा वफादार हूं मैं,
तेरी कृपा का तलबगार हूं मैं,
पापी नालायक हूं.......
पापी नालायक हूं गुनहगार हूं मैं,
तेरी कृपा का तलबगार हूं मैं,
पापी नालायक हूं........
श्रेणी : खाटू श्याम भजन