क्या मांगू मैं भोले तुमसे कैसे तेरा ध्यान धरूँ
क्या मांगू मैं भोले तुमसे
कैसे तेरा ध्यान धरूँ।क्या मांगू मैं भोले तुमसे
कैसे तेरा ध्यान धरूँ,
तुम्हरी महिमा गायी न जाए
कैसे मैं गुणगान करूँ।
तुम्ही हो साधु अलख निरंजन,
राजाओं के शौर्य तुम्ही
तुम्ही दया के सागर हो ,
और महा रूद्र अवतार तुम्ही।
क्या मांगू मैं भोले तुमसे
कैसे तेरा ध्यान धरूँ
तुम्हरी महिमा गायी न जाए
कैसे मैं गुणगान करूँ।
अँधेरे में दुनिया डोले,
कुछ समझ ना आये हमे
ऐसी कृपा कर मेरे भोले
सही राह दिख जाए हमे,
क्या मांगू मैं भोले तुमसे
कैसे तेरा ध्यान धरूँ।
तुम्हरी महिमा गायी न जाए
कैसे मैं गुणगान करूँ।
सही गलत हम समझ ना पाए,
थोड़ा हम पर ध्यान धरो।
देर कही ना हो जाये
भोले भाव सागर से पार करो ।
क्या मांगू मैं भोले तुमसे
कैसे तेरा ध्यान धरूँ,
अब तो दरश दिखा मेरे भोले
त्याग मैं अपने प्राण करूँ।
क्या मांगू मैं भोले तुमसे,
कैसे तेरा ध्यान धरूँ।
तुम्हरी महिमा गायी न जाए
कैसे मैं गुणगान करूँ।
श्रेणी : शिव भजन