जग जननी है मेरी भोली भाली माँ
शेर पे सवार मेरी शेरांवाली माँ
पहाड़ों में बसी मेरी मेहरावाली माँ
रूप हैं तेरे कई ज्योता वाली माँ
नाम है तेरे कई लाटा वाली माँ
जग जननी है मेरी भोली भाली माँ हो…
जग जननी है मेरी भोली भाली माँ
जग जननी है मेरी भोली भाली माँ
मेरे नैनों की प्यास बुझा दे माँ तू मुझे दर्शन दे
अपने चरणों का दास बना ले माँ तू मुझे दर्शन दे
शेर पे सवार मेरी शेरांवाली माँ
पहाड़ों में बसी मेरी मेहरावाली माँ
रूप हैं तेरे कई ज्योता वाली माँ
नाम है तेरे कई लाटा वाली माँ
जग जननी है मेरी भोली भाली माँ हो…
जग जननी है मेरी भोली भाली माँ
जग जननी है मेरी भोली भाली माँ
दयालु तू है माँ क्षमा कर देती है
सभी के कष्टों को माँ तू हर लेती है
जय कारा शेरां वाली दा
बोल साचे दरबार की जय
तू ही जग जननी है तू ही जग पालक है
चराचर की मैया तू ही संचालक है
तू ही संचालक है, तू ही संचालक है
अपनी ज्योत में मुझको समा ले
माँ तू मुझे दर्शन दे माँ तू मुझे दर्शन दे
नैनों की प्यास बुझा दे
माँ तू मुझे दर्शन दे माँ तू मुझे दर्शन दे
दूर अब तुझसे माँ मैं ना रह पाउँगा
प्यास तेरे दर्शन की माँ अब न सह पाउँगा
जय कारा शेरां वाली दा
बोल साचे दरबार की जय
आसरा एक तेरा बाकि सब सपना है
तेरे बिन हे मैया कोई ना अपना है
कोई ना अपना है, कोई ना अपना है
मेरे पैरों में पड़ गए छाले
अब तो मुझे दर्शन दे माँ तू मुझे दर्शन दे
मेरे नैनों की प्यास बुझा दे
माँ तू मुझे दर्शन दे माँ तू मुझे दर्शन दे
अपने चरणों का दास बना ले
माँ तू मुझे दर्शन दे माँ तू मुझे दर्शन दे
शेर पे सवार मेरी शेरांवाली माँ
पहाड़ों में बसी मेरी मेहरावाली माँ
रूप हैं तेरे कई ज्योता वाली माँ
नाम है तेरे कई लाटा वाली माँ
जग जननी है मेरी भोली भाली माँ हो…
शेर पे सवार मेरी शेरांवाली माँ
पहाड़ों में बसी मेरी मेहरावाली माँ
जय माँ हो माँ शेरावाली माँ मेहरावाली माँ…
श्रेणी : दुर्गा भजन