एक लाल दे दे माँ जो सेवा तेरी करता
एक लाल दे दे माँ
जो सेवा तेरी करता रहे।।
एक लाल दे दे माँ
जो सेवा तेरी करता रहे।
मेरे बाद झंडे वाली
हज़ारी तेरी भरता रहे।।
जीवन भर मेरी महारानी
दर्शन तेरे करता रहे।।
एक लाल दे दे मा
जो सेवा तेरी करता रहे
मेरे बाद वो झंडे वाली
हज़ारी तेरी भरता रहे।।
जब मैं बूढ़ा हो जाऊंगा
वो मंदिर तेरे आएगा
तेरे जगरातों में
रानी माँ भेटे तेरी गाएगा
नेक कमाई करे वो दाती
और दाती गुज़रा चलता रहे।।
एक लाल दे दे मा
जो सेवा तेरी करता रहे
मेरे बाद झंडे वाली
हज़ारी तेरी भरता रहे।।
तेरी कृपा आगे दाती
वंश चलेगा मेरा माँ।।
ओ शेरावाली शाम सवेरे करके आरती
ध्यान धरे वो तेरा
तेरी भक्ति का जाग जननी
सिलसिला यू चलता रहे
तेरी भक्ति का महारानी
सिलसिला यू चलता रहे।।
एक लाल दे दे मा
जो सेवा तेरी करता रहे
मेरे बाद काँगड़े वाली
हज़ारी तेरी भरता रहे।।
अपने बड़े छोटो का
मैया भरी सभा में मान करे
अच्छी करम करे वो दाती
तानु जैसा नाम करे
इतना वर सागर को दे माँ
गुणगान मा तेरा करता रहे।।
इतना वर सागर को दे माँ
गुणगान मा तेरा करता रहे।।
एक लाल दे दे मा
जो सेवा तेरी करता रहे
मेरे बाद चिंतापुर्णी
हज़ारी तेरी भरता रहे।।
जीवन भर मेरी महारानी
दर्शन तेरे करता रहे।।
एक लाल दे दे मा
जो सेवा तेरी करता रहे
मेरे बाद झंडे वाली
हज़ारी तेरी भरता रहे।।
श्रेणी : दुर्गा भजन