मईया मटकी फोड़ दी मेरी
री मैया कान्हा ने समझा ले,
मटकी फोड़ दी मेरी.............2
मटकी फोड़ दी मेरी,
मटकी तोड़ दी मेरी.............2
यशोदा कान्हा ने समझा ले,
मटकी फोड़ दी मेरी........2
मैं तो पनिया भरन जब जाऊँ,
मेरे पीछे-पीछे आवे.........2
फिर अपनी गुलेल से कान्हा,
मटकी पे निशाना लगावे...........2
मटकी पे निशाना लगावे,
करता माखन की चोरी
यशोदा कान्हा ने समझा ले,
मटकी फोड़ दी मेरी........2
श्याम मुरली मधुर बजाए,
जब गईया चरावे जाए.............2
जमुना के किनारे कन्हैया,
राधा संग रास रचावे..........2
राधा संग रास रचावे कान्हा, करता बरजोरी
मेरे गिरधर मोहन प्यारे,
बेबी लिखे भजन तुम्हारे...........2
जिया भी भजन सुनाए,
और तेरी राह निहारे.........2
और तेरी राह निहारे,
दिल मेरा करता जो चोरी
यशोदा कान्हा ने समझा ले,
मटकी फोड़ दी मेरी........2
मटकी फोड़ दी मेरी,
मटकी तोड़ दी मेरी.............2
यशोदा कान्हा ने समझा ले,
मटकी फोड़ दी मेरी........2
श्रेणी : कृष्ण भजन