सावन का महीना आया है बहार के लिए
सावन का महीना आया है, बहार के लिए,
डलवाया झूला हमने, लखदातार के लिए।
सावन का महीना आया है, बहार के लिए,
डलवाया झूला हमने, लखदातार के लिए.....
रिमझिम बरसे है घटायें, बागो की मस्त छटाएँ,
इस ऋतु में आप जो आए, हम सारी खुशियां पाएं,
रिमझिम बरसे है घटायें, बागो की मस्त छटाएँ,
इस ऋतु में आप जो आए, हम सारी खुशियां पाएं,
मैरा तन मन तरस रहा है, उस प्यार के लिए,
डलवाया झूला हमने, लखदातार के लिए,
सावन का महीना आया है, बहार के लिए,
डलवाया झूला हमने, लखदातार के लिए....
जब झूले पर बैठेंगे, ये सब लोग बलैया लेंगे,
हम प्यार से झोटा देंगे, बस एक ही बात कहेंगे।
जब झूले पर बैठेंगे, ये सब लोग बलैया लेंगे,
हम प्यार से झोटा देंगे, बस एक ही बात कहेंगे।
तेरा ‘लहरी’ तरस रहा है, उष्द्वार के लिए,
डलवाया झूला हमने, लखदातार के लिए,
सावन का महीना आया है, बहार के लिए,
डलवाया झूला हमने, लखदातार के लिए....
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
