मेरे दिल की जानने वाली है मेरे संग राधा प्यारी है
मुझे एक भरोसा भारी है मेरे संग राधा प्यारी है
मैं जब बरसाने में आऊं
कुछ बोलूं या मैं ना बोलूं
मेरे दिल की जानने वाली है मेरे संग राधा प्यारी है
मुख्य खोलूं या मैं ना खोलूं
अंतर मन से कुछ ना सोचू
मेरी झोली भर दी जाती है मेरे संग राधा प्यारी है
अपनी बगिया के फूलों को
जाने कैसे हो चुन लेती है
मुझे अपना बनाने वाली है मेरे संग राधा प्यारी है
मैं घर बैठी कोई बात करूं
महलों में वह सुन लेती है
संदेश भेजकर कोई ना कोई पुछे कब आने वाली है
कोई पाप दोष ना देखती है
यह रस बरसाने वाली है
वह कृपा करने वाली है मेरे संग राधा प्यारी है
मैं सीढ़ी चढ़ी जब महलों की
मेरी उंगली पकड़ कर चलती है
मुझे बार-बार वह पूछता है इस बार तो रुकने वाली है
मेरी चीखें सुन आ जाएगी
इस बार उम्मीद ये पूरी है
वह सबकी जानने वाली है मेरे संग राधा प्यारी है
श्रेणी : कृष्ण भजन