इठलाये राधिका बल खाए राधिका
इठलाये राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका।
इठलाई राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका।
इठलाई राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका ॥
गूनगुनाये राधिका मुस्काए राधिका,
देखो झूलना झुलाए कान्हा गाए राधिका।
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका।
इठलाई राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका ॥
गौरा भी आई महेश जी भी आए,
आए सब देव निकुंज बन में।
नारद जी बिना झूम के बजाए,
पात पात हरसय मन में ॥
सखी छेड़ के जाए राधा रानी लजाए
कभी झूठ मुठ में ही रूठ जाए राधिका
देखो झूलना झुलाए कान्हा गाए राधिका
इठलाये राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका॥
बंसी की टेर जो कान्हा ने लगाई ,
लहर लहर नाचे जमुना जी।
छोड़ सब काम धाम गोपिया भी आई,
कुछ घर बार की शुद्ध ना रही।
कभी पायल बजाई कभी चूड़ी छनकाई।
ऐसे कान्हा जी के मन को रिझाये राधिका।
देखो झूलना झुलाए कान्हा गाए राधिका।
इठलाई राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका ॥
हरियाली तीज के बहाने सब सखियां,
संग संग कान्हा के नाचे गाए।
राधा राधा रटती है श्याम जी की बसिया,
मन में राधा के श्याम समाए।
धीरे धीरे चले है ठंडी ठंडी हवाएं,
कृष्णा कृष्णा मीत बोले और गए राधिका ॥
देखो झूलना झुलाए कान्हा गाए राधिका।
इठलाई राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका ॥
इठलाई राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका।
इठलाई राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका।
गूनगुनाये राधिका मुस्काए राधिका,
देखो झूलना झुलाए कान्हा गाए राधिका ॥
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका।
इठलाई राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका ॥
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका।
इठलाई राधिका बल खाए राधिका,
नीले नीले अंबर पे छाए राधिका ॥
सिंगर – वर्षा श्रीवास्तव
श्रेणी : खाटू श्याम भजन