सहारा दो मेरे सतगुरु
तर्ज - मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा मिल गया होता
सहारा दो मेरे सतगुरु,
सहारे की जरूरत है,
मेरी तूफा में है कशती,
किनारे की जरूरत है,
सहारा दो मेरे सतगुरु,
सहारे की जरूरत है।
तुम्हारा कुछ ना बिगड़ेगा,
मेरी तकदीर संवरेगी,
तुम्हारी इक नजर भर के,
नज़ारे की जरूरत है,
सहारा दो मेरे सतगुरु,
सहारे की जरूरत है।
मुझे ना जग से है मतलब,
ना दुनिया के सामानों से,
मुझे तेरी ये रहमत के,
इशारे की जरूरत है,
सहारा दो मेरे सतगुरु,
सहारे की जरूरत है।
बड़ा ही सोचकर दाता,
ये अब मैं सोच पाया हूं,
कसम जिन्दगी में जीने की,
तुम्हारी ही जरूरत है,
सहारा दो मेरे सतगुरु,
सहारे की जरूरत है।
सहारा दो मेरे सतगुरु,
सहारे की जरूरत है,
मेरी तूफा में है कशती,
किनारे की जरूरत है,
सहारा दो मेरे सतगुरु,
सहारे की जरूरत है,
सहारा दो मेरे सतगुरु,
सहारे की जरूरत है।
श्रेणी : गुरुदेव भजन