ये अवसर फिर नही मिलने का
ये अवसर फिर नही मिलने का सत्संग करो माँ के दर्शन करो,
ये जन्म नही फिर मिलने का सत्संग करो माँ के दर्शन करो,
ये अवसर फिर नही मिलने का......
चाहे सारी दुनिया ठुकराये चाहे धन सम्पति सब लुट जाये,
चाहे थाली लौटा बिक जाये चाहे थाली लौटा बिक जाये,
सत्संग करो माँ के दर्शन करो ये अवसर फिर नही मिलने का......
चाहे तन मे अधिक बिमारी हो प्रतिकुल चले नर नारी हो,
माने ना बात हमारी हो माने ना बात हमारी हो,
सत्संग करो माँ के दर्शन करो ये अवसर फिर नही मिलने का......
अपमान अचानक हो जाये निज साथी कोई बिछङ जाये,
चाहे नित्य नई आफत आये चाहे नित्य नई आफत आये,
सत्संग करो माँ के दर्शन करो ये अवसर फिर नही मिलने का......
हे सुख सम्पति के अभिमानी कर लो अचमन बहते पानी,
यहाँ चार दिनो की मेहमानी यहाँ चार दिनो की मेहमानी,
सत्संग करो माँ के दर्शन करो ये अवसर फिर नही मिलने का.......
व्यवहार सीखना है जिसको व्यापार सीखना है जिसको,
भव पार उतरना है जिसको भव पार उतरना है जिसको,
सत्संग करो माँ के दर्शन करो ये अवसर फिर नही मिलने का......
श्रेणी : दुर्गा भजन
| जय माता दी | यह अवसर फिर नहीं मिलने | भजन | Yeh Avsar Phir Nahi Milne | Maa Vaishno Devi Bhajan |
ये अवसर फिर नही मिलने का लिरिक्स Ye Avsar Phir Nahi Milne Ka Lyrics, Durga Bhajan, by YT krishna Bhakti Ke Bhajan
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।