होया तुमसे इश्क श्याम धनी मैं करता हूं करार
होया तुमसे इश्क श्याम धनी मैं करता हूं करार,
में छोड़ दूं दुनिया सारी ने जो बन जाओ मेरे यार...
मेरा जी करता है श्याम जी खाटू में रह जाऊं मैं,
उठ सबेरे ओ मेरे बाबा तेरे दर्शन पाऊं में,
तेरे दर्शन पाऊं में,
और नहीं कुछ चाहिए बस चाहूं तेरा प्यार,
में छोड़ दूं दुनिया सारी ने जो बन जाओ मेरे यार..
होया तुमसे इश्क श्याम धनी मैं करता हूं करार,
में छोड़ दूं दुनिया सारी ने जो बन जाओ मेरे यार..
फिर तो होगा डेली मिलना तेरे खातिर लाडू लाऊंगा,
तेरे धोरे बैठकर श्याम धनी अपने हाथों से जिमाऊंगा,
चूरमा भी खुवाऊंगा तुझे देसी घी की धार,
में छोड़ दूं दुनिया सारी ने जो बन जाओ मेरे यार...
होया तुमसे इश्क श्याम धनी मैं करता हूं करार,
में छोड़ दूं दुनिया सारी ने जो बन जाओ मेरे यार..
तेरी दया पर कलम चले ना आवे आंख्या में पानी,
कर्मा और नरसी की तुम बाबा कर दो अमर कहानी,
हमने थारी महिमा जानी थे हो सच्ची सरकार,
में छोड़ दूं दुनिया सारी ने जो बन जाओ मेरे यार...
होया तुमसे इश्क श्याम धनी मैं करता हूं करार,
में छोड़ दूं दुनिया सारी ने जो बन जाओ मेरे यार....
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
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