में भी बालक हूं तेरा
झोली छोटी पड़ जाती जब तुम कृपा बरसाती,
महिमा क्या तेरी गाऊं जाने है दुनिया दाती,
जोली फुल कर दी सबकी अबके है नंबर मेरा,
में भी बालक हूं तेरा,
में भी बालक हूं तेरा, में भी बालक हूं तेरा,
में भी बालक हूं तेरा.......
किसको कितना दिया मां दुनिया को है पता मां,
मेरी सुध कब लेगी मां इतना सा तो बता मां,
जब तक ना सुनो गी मेरी डालूंगा दर पर डेरा,
में भी बालक हूं तेरा,में भी बालक हूं तेरा,
में भी बालक हूं तेरा,
में भी बालक हूं तेरा......
ऊंचे भवनों वाली मां मेरी भी लाज रख लो,
थोड़ा सा प्यार दे दो चरणों के पास रख लो,
झुकता है बस तेरे ही चरणों में सर यह मेरा,
में भी बालक हूं तेरा,
में भी बालक हूं तेरा,में भी बालक हूं तेरा,
में भी बालक हूं तेरा.....
दर दर पर सर ना झुकता तुझसा कोई और ना दिखता,
मां और बेटे के आगे नाता कोई और ना टिकता,
तेरा दर छोड़ ठिकाना जग में ना कोई मेरा,
में भी बालक हूं तेरा,
में भी बालक हूं तेरा,
में भी बालक हूं तेरा,
में भी बालक हूं तेरा...
झोली छोटी पड़ जाती जब तुम कृपा बरसाती,
महिमा क्या तेरी गाऊं जाने है दुनिया दाती,
जोली फुल कर दी सबकी अबके है नंबर मेरा,
में भी बालक हूं तेरा,में भी बालक हूं तेरा,
में भी बालक हूं तेरा,में भी बालक हूं तेरा.....
श्रेणी : दुर्गा भजन
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