रात रुको मैया सवेरे चली जाना
रात रुको मैया सवेरे चली जाना,
अभी हमने जी भरके देखा नही है,
दौड़ी दौड़ी जाऊं मैं सुनार की दुकान पे,
अभी हमने मंगाया नही है,
रात रुको मैया सवेरे चली जाना,
अभी हमने जी भरके देखा नही है....
दौड़ी दौड़ी जाऊं मैं मालन की दुकान पे,
अभी हमने गजरा मंगाया नही है,
रात रुको मैया सवेरे चली जाना,
अभी हमने जी भरके देखा नही है....
दौड़ी दौड़ी जाऊं मैं बजाज की दुकान पे,
अभी हमने चुनर मंगाया नही है,
रात रुको मैया सवेरे चली जाना,
अभी हमने जी भरके देखा नही है...
दौड़ी दौड़ी जाऊं मैं हलवाई की दुकान पे,
अभी हमने भोग मंगाया नही है,
रात रुको मैया सवेरे चली जाना,
अभी हमने जी भरके देखा नही है...
दौड़ी दौड़ी जाऊं मैया पंडित जी के घर में,
अभी हमने वेद सुनाया नही है,
रात रुको मैया सवेरे चली जाना,
अभी हमने जी भरके देखा नही है....
दौड़ी दौड़ी जाऊं मैया भक्तों के घर में,
अभी हमने भजन सुनाया नही है,
रात रुको मैया सवेरे चली जाना,
अभी हमने जी भरके देखा नही है....
श्रेणी : दुर्गा भजन
नवरात्रि भजन▹रात रुको मैया सवेरे चली जाना अभी हमने जी भरके देखा नही है |Mata Bhajan |Navratri Bhajan
रात रुको मैया सवेरे चली जाना लिरिक्स Raat Ruko Maiya Savere Chali Jana Lyrics, Durga Bhajan, by Singer: Komal Gouri Ji
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