फागन का महीना मेरे रूखते नहीं है पाँव
तर्ज - सावन का महीना पवन करे शोर
फागन का महीना, मेरे रूखते नहीं है पाँव,
चला रे चला रे में खाटू वाले के गॉव -2
हरने वाले जाते है, उठा कर निसान,
देखो जी देखो आया मेरे बाबा का बुलावा,
वो खाटू की गालिया और हाथो में निसान,
चला रे चला रे में खाटू वाले के गॉव -2
मेले में जाउगा मे, अब ना रखुगा,
मोर छड़ी का झाड़ा,में बाबा श्याम से लगा,
उनके नाम की चर्चा, फली है चारो और,
चला रे चला रे में खाटू वाले के गॉव -2
रहे रहे के मेरा दिल,श्याम -श्याम बोले,
कस्ती भी खाने लगी अब हीच-कोले,
गम किया है, जो मेरी टूटी-फूटी नाव है,
इसको पार लगता बाबा लाख दातार है
चला रे चला रे में खाटू वाले के गॉव -२
देखा जब बाबा का चेहरा,
इश्क श्याम मे खोकर,
शुभ-जय श्री श्याम बोला
रखकर अपने कंधे पर, बाबा का निसान
चला रे चला रे में खाटू वाले के गॉव -२
सर पर मुसीबतो का सूरज, जिंदगी जला न डालें
गर्दिशो का सूरज,
मेरी किश्मतो में हो उनके करम की छाँव,
चला रे चला रे में खाटू वाले के गॉव -२
फागण का मेला आया कैसे रखुगा,
मुझे बाबा श्यामा ने बुलाया,
रोको ना मेरा रास्ता है गम की हवाओ,
चला रे चला रे में खाटू वाले के गॉव -२
हारे के सहारे पर बलि -बलि जाऊ,
हारे के सहारे का में झूम के लगाऊ,
आखो से माँ चुमू मेरे बाबा के पॉव,
चला रे चला रे में खाटू वाले के गॉव -२
दीवाना में श्याम का हु, बाबा का भिकारी,
तूफान में दीपक हु, हु हवा पे में भारी
नज़रे ना चुराना मेरे मुरली वाले श्याम,
चला रे चला रे में खाटू वाले के गॉव -२
जब भी में हरा बाबा श्याम आएंगे देने सहारा,
खुशिया चल कर आएगी खुद अपने पॉव
चला रे चला रे में खाटू वाले के गॉव -२
जय श्री श्याम..........
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।