ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
सूझे उपाय ना दूजा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
जल भरने मैं तो गंगा जी गयी थी
वो भी है मछली का झूठा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
चंदन लेने मैं तो वन में गयी थी
वो भी सर्पो का झूठा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
फूल तोड़ने मैं तो बगिया मैं गयी थी
वो भी है भंवरे का झूठा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
गैया का दूध मैं कैसे चढ़ाऊ
वो भी है बछड़े का झूठा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
दर्शन करने मैं तो मंदिर गयी थी
वो तो माया का झूठा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा
श्रेणी : शिव भजन
शिवरात्रि भजन | ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़, हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा | Bholenath Bhajan | Sheela Kalson
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ शिव भजन लिरिक्स Upar Pahar Niche Kankar Shiv Bhajan Lyrics, Shiv Bhajan, by Singer: Sheela Kalson Ji
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।