आरती श्री डिग्गी वाले बाबा की
ॐ जय डिग्गी वाले नाथ हरे, देवा अंजनी के लाल हरे,
पीलीबंगा धाम विराजत, अनुपम रूप धरे...ॐ जय...
दक्षिण मूरत आपकी, भक्तो के कष्ट हरे,
तन सिंदूरी चोला, कुण्डल कर्ण पड़े.,
ॐ जय डिग्गी...
गल मोतियन की माला, सिर पर मुकुट धरे,
पूनम ज्योत मे बाबा, भिन्नभिन्न रूप धरे,
ॐ जय डिग्गी...
कंचन थाल आरती, कुंकुम दीप सजे,
सुरनर आरती उतारे, जय जयकार करे,
ॐ जय डिग्गी...
झालर शंख नगाड़ा, सिर पर चंवर ढुरे,
नरनारी दरशन को, आकर द्वार खड़े...
ॐ जय डिग्गी...
मोदक खीर चूरमा, नागर पान चढ़े,
सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे...
ॐ जय डिग्गी...
श्री डिग्गी वाले बाबा की आरती, जो जन नित्य करे,
कहत भरतदास स्वामी, रटत तुलसीदास स्वामी, सब विधि काज सरे...
ॐ जय डिग्गी...
ॐ जय डिग्गी वाले नाथ हरे, देवा अंजनी के लाल हरे,
पीलीबंगा धाम विराजत, अनुपम रूप धरे...ॐ जय...
श्रेणी : हनुमान भजन
![](https://img.youtube.com/vi/TH7kGXFZkWE/hqdefault.jpg)
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।