Top 10 सरस्वती वंदना लिरिक्स Saraswati Vandana Lyrics
हे शारदे माँ
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तारदे माँ
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तारदे माँ
तू स्वर की देवी, ये संगीत तुझसे
हर शब्द तेरा है, हर गीत तुझसे
हम है अकेले, हम है अधूरे
तेरी शरण हम, हमें प्यार दे माँ
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तारदे माँ
मुनियों ने समझी, गुनियों ने जानी
वेदोंकी भाषा, पुराणों की बानी
हम भी तो समझे, हम भी तो जाने
विद्या का हमको अधिकार दे माँ
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तारदे माँ
तू श्वेतवर्णी, कमल पर विराजे
हाथों में वीणा, मुकुट सर पे साजे
मनसे हमारे मिटाके अँधेरे
हमको उजालों का संसार दे माँ
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तारदे माँ
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तारदे माँ
श्रेणी : दुर्गा भजन
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला लिरिक्स
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला
या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा
या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभि
र्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती
निःशेषजाड्यापहा॥
शुक्लां ब्रह्मविचार सार
परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां
जाड्यान्धकारापहाम्।
हस्ते स्फटिकमालिकां
विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं
बुद्धिप्रदां शारदाम्॥२॥
श्रेणी : दुर्गा भजन
जयति जय जय माँ सरस्वती लिरिक्स
जयति जय जय माँ सरस्वती
जयति वीणा धारिणी
जयति जय पद्मासन माता
जयति शुभ वरदायिनी
जयति जय जय माँ सरस्वती
जयति वीणा धारिणी
जगत का कल्याण कर माँ
तुम हो वीणा वादिनी
जयति जय जय माँ सरस्वती
जयति वीणा धारिणी
कमल आसन छोड़ कर आ
देख मेरी दुर्दशा मां
जयति जय जय माँ सरस्वती
जयति वीणा धारिणी
ग्यान की दरिया बहा दे
हे सकल जगतारणी
जयति जय जय माँ सरस्वती
जयति वीणा धारिणी
श्रेणी : दुर्गा भजन
हे वीणा वादिनी सरस्वती लिरिक्स
हे वीणा वादिनी सरस्वती
हंस वाहिनी सरस्वती
विद्या दायिनी सरस्वती
नारायणी नमोस्तुते
तू राह दिखाना मात मेरी
साथ निभाना मात मेरी
अँधियारा है अंतर मन
ज्योत जलना मात मेरी
ज्योत जलना मात मेरी
हे वीणा वादिनी सरस्वती
हंस वाहिनी सरस्वती
विद्या दायिनी सरस्वती
नारायणी नमोस्तुते
नारायणी नमोस्तुते
मन में करुणा भर देती
निष्पाप ह्रदय तू कर देती
भक्ति से तुझे पूजे जो
सुबह आस तू मन में भर देती
सुबह आस तू मन में भर देती
हे वीणा वादिनी सरस्वती
हंस वाहिनी सरस्वती
विद्या दायिनी सरस्वती
नारायणी नमोस्तुते
हे वीणा वादिनी सरस्वती
हंस वाहिनी सरस्वती
विद्या दायिनी सरस्वती
नारायणी नमोस्तुते
श्रेणी : दुर्गा भजन
माँ सरस्वती तेरे चरणों में लिरिक्स
माँ सरस्वती तेरे चरणों मे
हम शीश झुकाने आयें है
दर्शन की भिक्षा लेने को
दो नयन कटोरे लाए है
अज्ञान अंधेरा दूर करो और
ज्ञान का दीप जला देना
हम ज्ञान की शिक्षा लेने को
माँ द्वार तिहारे आए है
हम अज्ञानी बालक तेरे
अज्ञान दोष को दूर करो
बहती सरिता विद्या की
हम उसमें नहाने आए है
हम साँझ सवेरे गुण गाते
माँ भक्ति की ज्योति जला देना
क्या भेंट करु उपहार नहीं
हम हाथ पसारे आए है
माँ सरस्वती तेरे चरणों में
हम शीश झुकाने आयें है
दर्शन की भिक्षा लेने को
दो नयन कटोरे लाए हैं
श्रेणी : दुर्गा भजन
वर दे वीणावादिनी वर दे लिरिक्स
वर दे, वीणावादिनि वर दे
प्रिय स्वतंत्र-रव अमृत-मंत्र नव
भारत में भर दे
काट अंध-उर के बंधन-स्तर
बहा जननि, ज्योतिर्मय निर्झर
कलुष-भेद-तम हर प्रकाश भर
जगमग जग कर दे
वर दे, वीणावादिनि वर दे
प्रिय स्वतंत्र-रव अमृत-मंत्र नव
भारत में भर दे
नव गति, नव लय, ताल-छंद नव
नवल कंठ, नव जलद-मन्द्ररव
नव नभ के नव विहग-वृंद को
नव पर, नव स्वर दे
वर दे, वीणावादिनि वर दे
वर दे, वीणावादिनि वर दे
प्रिय स्वतंत्र-रव अमृत-मंत्र नव
भारत में भर दे
श्रेणी : दुर्गा भजन
हे वीणा वादिनी सरस्वती लिरिक्स
हे वीणा वादिनी सरस्वती
हंस वाहिनी सरस्वती
विद्या दायिनी सरस्वती
नारायणी नमोस्तुते
तू राह दिखाना मात मेरी
साथ निभाना मात मेरी
अँधियारा है अंतर मन
ज्योत जलना मात मेरी
ज्योत जलना मात मेरी
हे वीणा वादिनी सरस्वती
हंस वाहिनी सरस्वती
विद्या दायिनी सरस्वती
नारायणी नमोस्तुते
नारायणी नमोस्तुते
मन में करुणा भर देती
निष्पाप ह्रदय तू कर देती
भक्ति से तुझे पूजे जो
सुबह आस तू मन में भर देती
सुबह आस तू मन में भर देती
हे वीणा वादिनी सरस्वती
हंस वाहिनी सरस्वती
विद्या दायिनी सरस्वती
नारायणी नमोस्तुते
हे वीणा वादिनी सरस्वती
हंस वाहिनी सरस्वती
विद्या दायिनी सरस्वती
नारायणी नमोस्तुते
श्रेणी : दुर्गा भजन
हे हंसवाहिनी ज्ञान दायिनी लिरिक्स
हे हंसवाहिनी, ज्ञान दायिनी
अम्ब विमल मति दे
अम्ब विमल मति दे
जग सिरमौर बनाएँ भारत
वह बल विक्रम दे
वह बल विक्रम द
हे हंसवाहिनी, ज्ञान दायिनी
अम्ब विमल मति दे
अम्ब विमल मति दे
साहस शील हृदय में भर दे
जीवन त्याग-तपोमर कर दे
संयम सत्य स्नेह का वर दे
स्वाभिमान भर दे
स्वाभिमान भर दे
हे हंसवाहिनी, ज्ञान दायिनी
अम्ब विमल मति दे
अम्ब विमल मति दे
लव-कुश, ध्रुव, प्रहलाद बनें हम
मानवता का त्रास हरें हम
सीता, सावित्री, दुर्गा मां
फिर घर-घर भर दे
फिर घर-घर भर दे
हे हंसवाहिनी, ज्ञान दायिनी
अम्ब विमल मति दे
अम्ब विमल मति दे
श्रेणी : दुर्गा भजन
दया कर दान विद्या का लिरिक्स
दया कर दान विद्या का
हमे परमात्मा देना,
दया करना हमारी
आत्मा में शुद्धता देना ।
हमारे ध्यान में आओ,
प्रभु आँखों में बस जाओ,
अँधेरे दिल में आकर के
परम ज्योति जगा देना ।
बहा दो प्रेम की गंगा,
दिलों में प्रेम का सागर,
हमे आपस में मिलजुल के
प्रभु रहना सीखा देना ।
हमारा कर्म हो सेवा,
हमारा धर्म हो सेवा,
सदा ईमान हो सेवा,
वो सेवक चर बना देना ।
वतन के वास्ते जीना,
वतन के वास्ते मरना,
वतन पे जा फ़िदा करना,
प्रभु हमको सीखा देना ।
दया कर दान विद्या का
हमे परमात्मा देना,
दया करना हमारी
आत्मा में शुद्धता देना ।
श्रेणी : दुर्गा भजन
सरस्वती वंदना स्कूल में गाने के लिए
जय शारदे वागीश्वरी
जय शारदे वागीश्वरी
विधिकन्यके विद्याधरी
वागीश्वरी, वागीश्वरी
(जय शारदे वागीश्वरी
जय शारदे वागीश्वरी)
ज्योत्स्नेपरी कांती तुझी
ज्योत्स्नेपरी कांती तुझी
मुख रम्य शारद चंद्रमा
ज्योत्स्नेपरी कांती तुझी
मुख रम्य शारद चंद्रमा
उजळे तुझ्या हास्यातुनी
उजळे तुझ्या हास्यातुनी
चारी युगांची पौर्णिमा
तुझिया कृपेचे चांदणे
तुझिया कृपेचे चांदणे
नित् वर्षु दे अमुच्या शिरी
नित् वर्षु दे अमुच्या शिरी
(वागीश्वरी, जय शारदे वागीश्वरी)
वीणेवरी फिरता तुझी
वीणेवरी फिरता तुझी
चतुरा कलामय अंगुली
चतुरा कलामय अंगुली
संगीत जन्मा ये नवे
संगीत जन्मा ये नवे
जडता मतिची भंगली
उन्मेष कल्पतरूवरी
उन्मेष कल्पतरूवरी
बहरून आल्या मंजिरी
बहरून आल्या मंजिरी
(वागीश्वरी, जय शारदे वागीश्वरी)
विधिकन्यके विद्याधरी
वागीश्वरी, वागीश्वरी
(जय शारदे वागीश्वरी)
सरस्वती वंदना प्रार्थना लिखी हुई
श्रेणी : दुर्गा भजन
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