तकदीर बनाने वाले ने कैसी तकदीर बनाई है
तकदीर बनाने वाले ने कैसी तकदीर बनाई है,
कैसी तकदीर बनाई है, कैसी तकदीर बनाई है,
तकदीर बनाने वाले ने.....
जब पैसा पास में होता है तो दुनिया पास बुलाती है,
जब पैसा खत्म हो जाता है तो दुनिया भी ठुकराती है,
तकदीर बनाने वाले ने....
जब गोद में ललना होता है तो सासुल पास बिठाती है,
जब सूनी गोद रहे मेरी तो सासुल भी ठुकरती है,
तकदीर बनाने वालों ने.....
जब कंचन काया होती है साजन भी गले लगाते हैं,
जब काया साथ ना देती है तो साजन भी ठुकराते हैं,
तकदीर बनाने वाले ने....
तू हरि सुमर गुरु नाम सुमर हरि सुमिरन में बड़ी शक्ति है,
जब सर पर हाथ हो सतगुरु का फिर नैया पार हो जाती है,
तकदीर बनाने वाले ने.....
श्रेणी : विविध भजन
तकदीर बनाने वाले ने कैसी तकदीर बनाई है | Takdeer Banane Wale Ne Kaisi Taqdeer Banayi Hai | Lokgeet
"तकदीर बनाने वाले ने कैसी तकदीर बनाई है" एक प्रसिद्ध लोकगीत है, जिसमें जीवन की विभिन्न स्थितियों और अनुभवों को दर्शाया गया है। इस गीत के माध्यम से यह बताया गया है कि जीवन में कभी खुशियाँ होती हैं, तो कभी दुःख। जब इंसान के पास धन और सुख-सुविधाएँ होती हैं, तो लोग उसे अपनाते हैं, लेकिन जैसे ही वह समय बदलता है, तो वही लोग उसे नकारते हैं। गीत में यह भी बताया गया है कि जब जीवन में संघर्ष आता है, तो रिश्ते भी बदल जाते हैं। इस लोकगीत में ईश्वर और गुरु के प्रति श्रद्धा और विश्वास का संदेश भी दिया गया है। इसका संदेश यह है कि जीवन की कठिनाइयों से जूझते हुए हमें अपने गुरु और ईश्वर पर विश्वास बनाए रखना चाहिए, तभी हम जीवन की कठिनाइयों से बाहर निकल सकते हैं।