बाजी बाजी रे शहनाई जनक नगरी
बाजी बाजी रे शहनाई जनक नगरी,
आज आई बारात जनक नगरी,
बाजी बाजी रे शहनाई जनक नगरी,
आज आई बारात जनक नगरी,
कहां बैठाउ दूल्हा राम और लक्ष्मण,
कहां बैठाउ दशरथ समधी,
आज आई बारात जनक नगरी,
आज आई बारात जनक नगरी,
मंडप बैठाउ दूल्हा राम और लक्ष्मण,
सिंहासन बैठाउ दशरथ समधी,
बाजी बाजी रे शहनाई जनक नगरी,
आज आई बारात जनक नगरी,
क्या खिलाऊँ दूल्हा राम और लक्ष्मण,
क्या खिलाऊँ दशरथ समधी
बाजी बाजी रे शहनाई जनक नगरी,
आज आई बारात जनक नगरी,
मेवा मिठाई दूल्हा राम और लक्ष्मण
पूडि खीर दशरथ समधी,
बाजी बाजी रे शहनाई जनक नगरी,
आज आई बारात जनक नगरी,
क्या कुछ देऊँ दूल्हा राम और लक्ष्मण,
क्या कुछ देऊँ दशरथ समधी
बाजी बाजी रे शहनाई जनक नगरी,
आज आई बारात जनक नगरी,
सीता उर्मिला दूल्हा राम और लक्ष्मण,
अंत्र धन देऊँ दशरथ समधी
बाजी बाजी रे शहनाई जनक नगरी,
आज आई बारात जनक नगरी,
श्रेणी : राम भजन
बाजी बाजी रे शहनाई जनक नगरी आज आयी बारात जनक नगरी - सीता राम विवाह गीत | Sita Ram Bhajan
बाजी बाजी रे शहनाई जनक नगरी लिरिक्स Baji Baji Re Shehnai Janak Nagari Hindi Bhajan Lyrics, Ram Bhajan, by Singer: Chanchal Prajapati Ji
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।