केहो जेहा ए गौरां दा लाड़ा लिरिक्स Keho Jeha Ae Gaura Da Larha Hindi Lyrics Shiv Bhajan
हारा दी था सप लमकाए,
बुक सुआह दे तन ते पाए,
सिर ते जटावा रंगवी लीला,
नाले चिट्टा दाड़ा,
गल्ला हुंदिया ने,
केहो जेहा ए गौरां दा लाड़ा,
गल्ला हुंदिया ने.....
नी गौरा तू जग तो सोहनी,
तेरे वरगी होर नी होनी,
फूल कलियाँ ते सोन वाली तू,
एह की हो गयी ए अनहोनी,
हूँ सोना पऊ जा के ओथे,
जिथे पया उजाड़ा,
गल्ला हुंदिया ने,
केहो जेहा ए गौरां दा लाड़ा,
गल्ला हुंदिया ने.....
भूत चुड़ेला जिन कुरलाये,
साधा ने रल संख बजाए,
बच्चे बुड्डे डरदे कंबन,
कैसे तेरे बाराती आये,
किसे कोले भी झल ना होवे,
ऐना चीक चिहाड़ा,
गल्ला हुंदिया ने,
केहो जेहा ए गौरां दा लाड़ा,
गल्ला हुंदिया ने.....
तू आखे ए अंतरयामी,
तू आखे ए जग दा स्वामी,
मन सखिया दी सूट वर माला,
ना कर तू ऐडी मनमानी,
मंगल वांगु मार ना बैठी,
गल्ला हुंदिया ने,
केहो जेहा ए गौरां दा लाड़ा,
गल्ला हुंदिया ने.....
अपलोडर -अनिलरामूर्तीभोपाल
श्रेणी : शिव भजन
GAURA DA LARHA- JAI MATA DI
केहो जेहा ए गौरां दा लाड़ा लिरिक्स Keho Jeha Ae Gaura Da Larha Hindi Lyrics, Shiv Bhajan, Mahakaal Bhajan
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।