कान्हा मोहे ना चाहिए बैकुंठ लिरिक्स Kanha Mohe Na Chahiye Baikunth Hindi Lyrics Krishna Bhajan
कान्हा मोहे ना चाहिए बैकुंठ, जन्म मोहे धरती पर दीजो.....
पहले जन्म मोहे जल को दीजो,
कान्हा मोहे जमुना दी जो बनाए, कन्हैया मलमल नहावै रे,
कान्हा मोहे ना चाहिए बैकुंठ, जन्म मोहे धरती पर दीजो.....
एक जन्म मोहे जल को दीजो,
कान्हा मोहे गैया दीजो बनाए, कन्हैया रोज चरावे रे,
कान्हा मोहे ना चाहिए बैकुंठ, जन्म मोहे धरती पर दीजो.....
एक जन्म मोहे वृक्ष को दीजो,
कान्हा मोहे चंदा नदी जो बनाए, कन्हैया तिलक लगावे रे,
कान्हा मोहे ना चाहिए बैकुंठ, जन्म मोहे धरती पर दीजो.....
एक जन्म मोहे मानुष को दीजो,
कान्हा मोहे राधा दीजो बनाए, कन्हैया ब्याह रचावे रे,
कान्हा मोहे ना चाहिए बैकुंठ, जन्म मोहे धरती पर दीजो.....
एक जन्म मोहे पक्षी को दीजो,
कान्हा मोहे मोर दीजो बनाए, कन्हैया मुकुट सजावे रे,
कान्हा मोहे ना चाहिए बैकुंठ, जन्म मोहे धरती पर दीजो.....
एक जन्म मोहे दूध को दीजो,
कान्हा मोहे माखन दीजो बनाए, कन्हैया भोग लगावे रे,
कान्हा मोहे ना चाहिए बैकुंठ, जन्म मोहे धरती पर दीजो.....
श्रेणी : कृष्ण भजन
KAHNA MUJHE NA CHAIYE BAIKUNTH JANAM MOHE DHARTI PAR DIJO
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