दामण 52 गज का पहर कीर्तन लिरिक्स Daman 52 Gaj Ka Pahar Keeratan Hindi Bhajan Durga Bhajan
नई चुनरी ल्य्याऊगी माँ ने फेर उढ़ाउगी,
दामण 52 गज का पहर कीर्तन में जाऊँगी,
हे कीर्तन में जाऊँगी मैं सत्संग में जाऊँगी,
दामण 52 गज का पहर कीर्तन में जाऊँगी.....
लाग्गे जग तै है न्यारी माँ की सूरत है प्यारी,
लगा के हलवा पूरी भोग चूड़ियाँ चढ़ाऊँगी,
चूड़ियाँ चढ़ाऊँगी चूड़ियाँ चढ़ाऊँगी,
दामण 52 गज का पहर कीर्तन में जाऊँगी,
हे कीर्तन में जाऊँगी मैं सत्संग में जाऊँगी,
दामण 52 गज का पहर कीर्तन में जाऊँगी.....
भजन के मीठे मीठे बोल बाजे मंजीरे और ढोल,
मैं तो होके मगन नाचूं संग में सखियाँ नचाऊँगी,
संग में सखियाँ नचाऊँगी मैं तो खुद भी नाचूंगी,
दामण 52 गज का पहर कीर्तन में जाऊँगी,
हे कीर्तन में जाऊँगी मैं सत्संग में जाऊँगी,
दामण 52 गज का पहर कीर्तन में जाऊँगी....
मन की सारी पूरी कर दे झोली खुशियाँ की तू भर दे,
तन मन लगा तेरे चरणों में तेरे गुण गाऊँगी,
तेरे गुण गाऊँगी तेरे गुण गाऊँगी,
दामण 52 गज का पहर कीर्तन में जाऊँगी,
हे कीर्तन में जाऊँगी मैं सत्संग में जाऊँगी,
दामण 52 गज का पहर कीर्तन में जाऊँगी.....
श्रेणी : दुर्गा भजन
नवरात्रि भजन | दामण 52 गज का पहर कीर्तन में जाऊँगी | Mata Bhajan | Navratri Bhajan | Simran Rathore
दामण 52 गज का पहर कीर्तन लिरिक्स Daman 52 Gaj Ka Pahar Keeratan Hindi Bhajan, Durga Bhajan, Navratri Special Bhajan, by Simran Rathore Ji
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