शिव ही बसे हैं कण कण में लिरिक्स shiv Hi Base Hai Kan Kan Mein Bhajan Lyrics Shiv Bhajan
शिव ही बसे हैं कण-कण में, केदार हो या काशी,
द्वादश ज्योतिर्लिंग है हर दिशा में है कैलाशी,
शिव ही बसे हैं कण-कण में, केदार हो या काशी.....
प्रभु राम भी करें पूजा जिनकी रामेश्वर कहलाए,
कृष्ण प्रेम में नाचे भोले गोपेश्वर बन जाए,
अमलेश्वर घूमेश्वर शंकर भीमेश्वर अविनाशी,
द्वादश ज्योतिर्लिंग है हर दिशा में है कैलाशी,
शिव ही बसे हैं कण-कण में केदार हो या काशी....
भस्म है ओढ़े देह पर महिमा महाकाल की भारी,
सोमनाथ मल्लिकार्जुन शंभू नागेश्वर त्रिपुरारी,
बैरागी जोगी है ऊंचे शिखरों का हैं वासी,
द्वादश ज्योतिर्लिंग है हर दिशा में है कैलाशी,
शिव ही बसे हैं कण-कण में केदार हो या काशी.....
चंद्र है सिर पे नाग गले में जटा में गंग समाए,
वैद्यनाथ भोले भंडारी डम डम डमरू बजाए,
त्रयंबकेश्वर शिव शंकर प्रभु राघव ये सुखराशि,
द्वादश ज्योतिर्लिंग है हर दिशा में है कैलाशी,
शिव ही बसे हैं कण-कण में केदार हो या काशी.....
श्रेणी : शिव भजन
Shiv HI Base Kan Kan Me | शिव ही बसे कण कण में | Sanjay Singh Chouhan | Official video
शिव ही बसे हैं कण कण में लिरिक्स shiv Hi Base Hai Kan Kan Mein Bhajan Lyrics, Shiv Bhajan, by Sanjay Singh Chouhan Ji
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