झूला झूले जनक दुलारी झूला लिरिक्स Jhula Jhule Janak Dulhari Jhula Bhajan Lyrics Ram Bhajan
सावन की घटा घनघोर की रिमझिम बरसे चारों ओर,
झूला झूले जनक दुलारी झूला रहे अवध बिहारी.....
श्यामल श्यामल राम हमारे,
गौर वरन है सिया हमारी,
जैसे चंदा और चकोर की रिमझिम,
सावन की घटा घनघोर की रिमझिम बरसे चारों ओर,
झूला झूले जनक दुलारी झूला रहे अवध बिहारी......
राम का भीगे पीला पीताम्बर,
सीता की भीगे रेशम साड़ी,
सखी मन में उठे हिलोर की रिमझिम,
सावन की घटा घनघोर की रिमझिम बरसे चारों ओर,
झूला झूले जनक दुलारी झूला रहे अवध बिहारी.....
दादूर मोर पपीहा बोले,
पीहू पीहू की बोली बोले,
सब मिलके मचावे शोर की रिमझिम,
सावन की घटा घनघोर की रिमझिम बरसे चारों ओर,
झूला झूले जनक दुलारी झूला रहे अवध बिहारी.....
सावन का आया मस्त महीना,
हरियाली से भरा हर कोना,
सबके गावे मिलके मल्हार की रिमझिम,
सावन की घटा घनघोर की रिमझिम बरसे चारों ओर,
झूला झूले जनक दुलारी झूला रहे अवध बिहारी.....
श्रेणी : राम भजन
🌹सावन स्पेशल गीत 🌿 सावन की कजरी 🌿 with lyrics झूला झूले जनक दुलारी झूला रहे अवध बिहारी by Shweta
झूला झूले जनक दुलारी झूला लिरिक्स Jhula Jhule Janak Dulhari Jhula Bhajan Lyrics, Ram Bhajan, by Sweta Ji
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।